Salman Khan Threat case: बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को धमकी के मामले में बड़ी खबर आई है. दरअसल महाराष्ट्र की पुलिस ने इस मामले की जांच तेज कर दी है इस सिलसिले में पुणे रूरल पुलिस दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) से पूछताछ के लिए दिल्ली पहुंची है.
दिल्ली में लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ
सलमान खान को धमकी भरी चिट्ठी मिलने के बाद महाराष्ट्र पुलिस हाई अलर्ट पर है. सलमान की सिक्योरिटी में इजाफा करने के साथ उनके घर के बाहर की सेफ्टी को भी बढ़ाया गया है. इस सब के बीच एक बड़ी खबर सामने आई कि पुलिस ने उन लोगों को की पहचान कर ली है जिन्होंने सलमान खान को धमकी भरी चिट्ठी भेजी थी.
पुलिस का बड़ा खुलासा
मुंबई में सलमान खान को धमकी देने के लिए तीन लोग मुंबई आए थे. वो वहां पर सौरभ महाकाल से मिले थे. महाकाल से मुंबई की क्राइम ब्रांच ने करीब छह घंटे पूछताछ की जिसमें उसने बताया कि गैंग ने पब्लिसिटी के लिए सलमान खान को धमकी दी थी. महाकाल ने पुलिस की पूछताछ के दौरान सारी जानकारी विस्तार से दी है. वहीं पुलिस ने लेटर देने वाले शख्स की भी पहचान कर ली है.
उगाही था मकसद
इस मामले में अबतक की जांच से साफ है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के इन तीन सदस्यों ने अभिनेता सलमान खान और उनके पिता सलीम खान को धमकी भरा पत्र भेजा था वहीं गैंगस्टर विक्रम बराड़ भी साजिश का हिस्सा था, जिसका मकसद पिता-पुत्र को भयभीत कर धन उगाही करना था.
कौन है बराड़?
बता दें कि सलमान खान को मिली धमकी वाली चिट्ठी के पीछे मास्टर माइंड विक्रमजीत सिंह बराड़ हैं. विक्रमजीत सिंह बराड़ कभी राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल का करीबी था, लेकिन आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद वह लॉरेंस बिश्नोई के गैंग से जुड़ गया था.
सलीम खान तक यूं पहुंचे आरोपी
पुलिस की पूछताछ में महाकाल ने कथित रूप से जांचकर्ताओं को बताया कि राजस्थान के जालौर जिले से आए लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के तीन सदस्यों में से एक ने बांद्रा बैंडस्टैंड पर सुबह की सैर के बाद बेंच पर बैठे सलीम खान को धमकी भरा पत्र दिया था. पत्र में सलीम और सलमान खान को धमकी दी गई थी कि उनका अंजाम भी मूसेवाला जैसा होगा. अधिकारियों ने बताया कि खान को दिए गए धमकी भरे पत्र में आखिरी में ‘जी.बी.’ और ‘एल.बी.’ लिखा गया था, जिसका मतलब गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई से है.
एक्शन में महाराष्ट्र पुलिस
महाराष्ट्र पुलिस के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) कुलवंत कुमार सारंगल ने बुधवार को कहा था कि काम्बले, लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का हिस्सा है. पुलिस ने ये भी कहा कि एक अन्य संदिग्ध और काम्बले के करीबी सहयोगी पुणे निवासी संतोष जाधव की पहचान मूसेवाला की हत्या करने वाले शूटर के रूप में हुई है. जाधव फिलहाल फरार है. काम्बले के खिलाफ मकोका लगाया गया है और वह संतोष जाधव को पनाह देने के आरोप में पुणे में वांछित है.