इंदौर। ऑनलाइन एप से लोन लेकर उसके जाल में फंसकर एक परिवार द्वारा की गई सामूहिक आत्महत्या को मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने गंभीरता से लिया है। मीडिया से बात करते हुए गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने घटना पर दुःख जताते हुए कहा कि इंदौर पुलिस कमिश्नर को घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि साइबर सेल भी ऑनलाइन लोन एप की प्रक्रिया और तरीके की जांच करेगा, अगर कोई आपत्तिजनक तरीका हुआ तो गंभीरता से विचार करेंगे।
गौरतलब है कि इंदौर के भागीरथपुरा में रहने वाला एक हँसता खेलता परिवार ऑनलाइन लोन एप के झांसे में आकर जान गँवा बैठा। परिवार के मुखिया मात्र 32 साल के अमित यादव ने लोन नहीं चुका पाने के कारण मिल रही धमकियों से परेशान होकर डेढ़ साल के बेटे दिव्यांश, 3 साल की बेटी याना और 29 साल की पत्नी टीना को जहर देकर खुद फांसी लगा ली।
अमित यादव ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिससे पूरा घटनाक्रम सामने आया। अमित ने सुसाइड नोट लिखा कि उसने मनी व्यू, डी मार्ट क्वाइन, मनी टू बैलेंस, मनी पॉकेट और रुफिलो जैसे ऑनलाइन एप स लोन लिया था। मैं इसे हूँ , इससे मेरी इज्जत ख़राब हो रही है , मुझे धमकियां मिल रही हैं , मेर एकाउंट में केवल 850 रुपये हैं इसे मैं अपने भाई और दोस्त को ट्रांसफर कर रहा हूँ जिन्होंने मेरे कदम कदम पर साथ दिया।
सुसाइड नोट सामने आने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। उधर एक कार्यक्रम के सिलसिले में इंदौर पहुंचे गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा से जब मीडिया ने इस घटना पर सवाल किया तो उन्होंने घटना को दुखद और मार्मिक बताया। इंदौर पुलिस कमिश्नर को घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच के निर्देश दिए हैं। साइबर सेल भी ऑनलाइन लोन एप की प्रक्रिया और तरीके की जांच करेगा, अगर कोई आपत्तिजनक तरीका हुआ तो गंभीरता से विचार करेंगे।