अहमदाबाद। गुजरात के अडालज के त्रिमंदिर में ‘मिशन स्कूल्स ऑफ एक्सीलेंस’ की शुरुआत करने पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि आज गुजरात में एक करोड़ से अधिक स्टूडेंट्स की अटेंडेंस होती है। उन्होंने कहा कि गुजरात के 20 हजार स्कूल शिक्षा के 5जी दौर में प्रवेश करने जा रहे हैं। इस दौरान पीएम ने 5जी के बारे में कहा कि अगर मुझे इस टेक्नॉलजी को गांव की भाषा में समझाना हो तो मैं कहूंगा कि 4जी साइकल है तो 5जी हवाई जहाज है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज 5G, स्मार्ट सुविधाएं, स्मार्ट क्लासरूम, स्मार्ट टीचिंग से आगे बढ़कर हमारी शिक्षा व्यवस्था को अगले स्तर पर ले जाएगा। अब वर्चुअल रिएलिटी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स की ताकत को भी स्कूलों में अनुभव किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी भाषा में पढ़ना लिखना बुद्धिजीवी होने का पर्याय बन गया है जबकि भाषा केवल संवाद का माध्यम होती है। अब हम भारतीय भाषाओं में साइंस, टेक्नॉलजी और मेडिकल की पढ़ाई के विकल्प देने की कोशिश कर रहे हैं।
पूरे देश में खुलेंगे पीएम श्री स्कूल
पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए मैंने गांव-गांव जाकर खुद, सभी लोगों से अपनी बेटियों को स्कूल भेजने का आग्रह किया था। परिणाम ये हुआ कि आज गुजरात में करीब-करीब हर बेटा-बेटी स्कूल पहुंचने लगा है, स्कूल के बाद कॉलेज जाने लगा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने पूरे देश में साढ़े 14 हजार से अधिक पीएम श्री स्कूल बनाने का फैसला किया है। ये स्कूल पूरे देश में नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के लिए मॉडल स्कूल होंगे।
नए मिशन में यह है खास
‘मिशन स्कूल्स ऑफ एक्सीलेंस’ मिशन की परिकल्पना कुल 10,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ की गई है। त्रिमंदिर में कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग 4260 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत की। मिशन गुजरात नई कक्षाओं, स्मार्ट क्लास रूम, कंप्यूटर लैब की स्थापना और राज्य में स्कूलों के बुनियादी ढांचे के समग्र उन्नयन के माध्यम से शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में मदद करेगा।