बेंगलुरु : कर्नाटक से भाजपा विधायक एम विरुपक्षप्पा के घर से लोकायुक्त पुलिस ने 8 करोड़ रुपये कैश बरामद किया है, नोटों की गड्डियों को जब लोकायुक्त पुलिस ने देखा तो अचंभित रह गए, ऐसा लग रहा था जैसे यहाँ नोटों का भंडार है, कुछ देर बाद ही ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए।
कांग्रेस ने MLA को गिरफ्तार करने और इंडस्ट्री मिनिस्टर को बर्खास्त करने की मांग की
भाजपा विधायक के घर से 8 करोड़ रुपये की बड़ी रकम मिलने के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई, कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा को घेरते हुए कहा – BJP ने कर्नाटक को भ्रष्टाचार के दलदल में धकेल दिया है। समय आ गया है कि इस MLA को गिरफ्तार और इंडस्ट्री मिनिस्टर को बर्खास्त किया जाए। CM बोम्मई यह बताएं कि कितना पैसा ऊपर तक पहुंच रहा था और भ्रष्टाचार के इस खेल में कौन-कौन शामिल है।
कांग्रेस का आरोप कर्नाटक में 40% कमीशन’ की सरकार चल रही है
कांग्रेस ने कहा कि कर्नाटक में BJP विधायक के घर से 8 करोड़ रुपए कैश मिला है। BJP विधायक का बेटा 40 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया। सबको पता है कर्नाटक में BJP की ‘40% कमीशन’ की सरकार चल रही है। कर्नाटक से उगाही होती है, माल दिल्ली तक पहुंचता है।
BJP MLA के बीटा 40 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुआ है गिरफ्तार
आपको बता दें कि कर्नाटक लोकायुक्त की एंटी करप्शन विंग ने भाजपा विधायक एम विरुपक्षप्पा के नौकरशाह बेटे प्रशांत को 40 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था, गुरुवार की शाम जन लोकायुक्त की टीम भाजपा विधायक के घर रेड के लिए पहुंची तो उसके होश उड़ गए , घर में बड़ी मात्रा में नोटों की गड्डियां मिली जैसे यहाँ नोटों का भंडारण किया गया हो , लोकायुक्त को नोटों को गिनने के लिए मशीनें लगनी पड़ी और ये करीब 8 करोड़ रुपये निकले।
मैसूर संडल सोप बनाने वाली सरकारी कंपनी के चेयरमेन हैं BJP MLA
भाजपा नेता एम विरुपक्षप्पा कर्नाटक के दावणगेरे जिले की चन्नागिरी सिट से विधायक हैं , वे राज्य की सरकारी कम्पनी कर्नाटक सोप्स एंड डिटर्जेंट लिमिटेड के चेयरमेन भी हैं, यही कंपनी मशहूर मैसूर संडल सोप बनाती है जो दुनियाभर में पसंद किया जाता है वहीँ विधायक एम विरुपक्षप्पा का बेटा प्रशांत बेंगलुरु जल बोर्ड में चीफ अकाउंटेंट है , कल गुरुवार को लोकायुक्त ने प्रशांत को केएसडीएल के ऑफिस में 40 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था, लोकायुक्त को ऑफिस से भी पौने दो करोड़ रुपये मिले थे।