भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राशन वितरण पीओएस मशीनों के जरिए राशन बंटवा रही है। आधार नंबर लिंक करने और राशन लेने वाले व्यक्ति का पीओएस मशीन पर थंब इंप्रेशन लेने के बाद राशन दिया जा रहा है। लेकिन बावजूद इसके यहां राशन चोरी की जा रही थी। बताया जा रहा है इसी जांच के लिए गठित दल ने भी जांच में फर्जीवाड़ा कर दिया।
दरअसल इस मामले में खाद्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में जिम्मेदार 7 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, जांच में गड़बड़ी करने वाले भी 8 अधिकारियों पर कार्रवाई की गई। साथ ही 4 अन्य अधिकारियों को चार्जशीट के निर्देश दिए है।
बता दें कि विभाग की तरफ से तत्कालीन जिला आपूर्ति नियंत्रक ज्योति शाह नवरिया, सहायक आपूर्ति अधिकारी संतोष उइके व दिनेश अहिरवार, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी विनय सिंह, प्रताप सिंह, सत्यपाल सिंह जादौान, व एलएल गिल है।
बताया जा रहा है कि विभाग ने पूरे इस मामले की जांच के लिए अलग-अलग टीम बनाई थी। जिन्होंने 70 से ज्यादा राशन दुकानों की जांच की। जांच के बाद यह सामने आया कि कई दुकानों ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के पात्रों को राशन ही नहीं बांटा। और अगर जहां बंटा तो उसे भी कम दिया गया। इसका खुलासा तब हुआ जब राशन दुकान के रजिस्ट्रर और स्टॉक में भी बड़ा अंतर मिला।
वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस मामले की शिकायत के बाद विभाग ने एक टीम गठित की थी। टीम ने जांच के नाम पर खानापूर्ति कर उपभोक्ताओं से अपनी तरफ से पहले से लिखे बयानों पर हस्ताक्षर करा लिए। ऐसा भी माना जा रहा है कि निरीक्षण में भी गड़बड़ी की गई।