मुंबई: सावरकर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान से महाराष्ट्र में सियासी घमासान छिड़ गया है। महाराष्ट्र में कांग्रेस के दोनों सहयोगी दल एनसीपी और शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने राहुल के बयान से दूरी बना ली है। वहीं अब इससे महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन पर भी फूट पड़ने के आसार हैं। सूत्रों के अनुसार, राहुल के बयान से नाराज उद्धव ठाकरे गुट कांग्रेस से अपना गठबंधन तोड़ने पर विचार कर सकता है।
उद्धव गुट के नेता अरविंद सावंत ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में गठबंधन टूटने की ओर इशारा किया है। अरविंद सावंत ने कहा कि ‘वीर सावरकर को लेकर राहुल गांधी ने जो कुछ भी बोला, हम उससे सहमत नहीं है। हम वीर सावरकर की बहुत इज्जत करते हैं, ऐसे में उनके खिलाफ कुछ भी ऐसा सुनना हमें पसंद नहीं है।’ राहुल के बयान से गठबंधन पर असर के सवाल पर अरविंद सावंत ने कहा कि ‘यह मुझे तो नहीं पता, पार्टी के शीर्ष नेता ही इस पर तय करेंगे।’
इससे पहले गुरुवार को पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने भी राहुल के बयान से असहमति जताई थी। उद्धव ठाकरे ने कहा था, ‘हम सावरकर पर राहुल गांधी की टिप्पणी को स्वीकार नहीं करते हैं। वीर सावरकर के प्रति हमारे मन में अपार सम्मान और आस्था है और इसे खत्म नहीं जा सकता।
राहुल गांधी के बयान से बीजेपी को कांग्रेस के सहयोगी दलों पर हमलावर होने का मौका मिल गया है। मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, ‘हमें हैरानी है कि उद्धव ठाकरे ने इस मुद्दे पर इतना नरम रुख क्यों अपना रखा है। शेलार ने कहा कि ऐसा करके उद्धव ने अपनी खुद की विश्वसनीयता समाप्त कर ली है।’
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने स्वतंत्रता सेनानी सावरकर पर तीखा हमला बोला था। गुरुवार को अकोला में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने सावरकर की ओर से अंग्रेजों को लिखी गई दया याचिका की कॉपी दिखाई थी। राहुल गांधी ने कहा था, ‘सावरकर जी ने इसमें लिखा है- मैं प्रार्थना करता हूं, सर, मैं सदा आपका आज्ञाकारी सेवक बना रहूंगा… जब उन्होंने इस खत पर दस्तखत किए, क्या वजह थी? वह डर था, वह अंग्रेजों से डरते थे।’
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