भोपाल : राज्य सरकार द्वारा बड़ी तैयारी की गई है। इसके तहत सड़क हादसे में कमी लाने अब पुलिस द्वारा नवीन तैयारी की जा रही है। नेशनल-स्टेट हाईवे पर नए थाने खोले जाएंगे। इन थानों के लिए पुलिस बल भी अलग से पदस्थ किया जाएगा। पीएचक्यू द्वारा पुलिस गठन के लिए पुलिस बल और थानों के बारे में जानकारी की मांग की गई है। पुलिस मुख्यालय भोपाल के पुलिस प्रशिक्षण शोध संस्थान के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक “जी जनार्दन” ने कहा है कि हाईवे पुलिस के गठन के लिए प्रदेश के पुलिस कमिश्नर-पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखा गया है। राष्ट्रीय मार्ग और राज्य मार्ग में आने वाली थाने और पुलिस बल की जानकारी की मांग की गई है। जानकारी मिलने के बाद प्रदेश हाईवे पुलिस तैयार की जाएगी और हाईवे पर थाने खोले जाएंगे। इसके लिए अलग पुलिस बल तैनात किया जाएगा और पुलिस बल सिर्फ सड़क हादसे की जांच करेगा।
मांगी गई जानकारी
पुलिस हेडक्वार्टर द्वारा कमिश्नर और एसपी को लिखे अपने पत्र में यह जानकारी मांगी गई है कि उनके जिले में कितने थाने और चौकियों हैं, जो राष्ट्रीय राजमार्ग और राज्य मार्ग के बीच आते हैं। इसकी जानकारी दी जाए। इसके अलावा पुलिस गठन के लिए कितने कर्मियों की जरूरत होगी। साथ ही हादसे रोकने के जिले में कितने थाने खोलने की जरूरत है।
हाईवे पुलिस का कार्य
स्टेट हाईवे और राज्य मार्ग पर पुलिस के गठन के बाद इसके थाने खोले जाएंगे। इन थानों में तैनात पुलिसकर्मी यातायात प्रबंधन की व्यवस्था में लगे रहेंगे। साथ ही पेट्रोलिंग और यातायात नियम के उल्लंघन करने पर अपराध दर्ज कर उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा उन्हें f.i.r. और जांच करने के अधिकार भी दिए जाएंगे। पुलिसकर्मी इन मामलों की सीधी जानकारी पुलिस प्रशिक्षण और शोध संस्थान के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को देंगे। हादसे के बाद पीड़ितों को तत्काल मदद पहुंचाने का काम भी हाईवे पुलिस करेगी।
हाईवे पुलिस के गठन के निर्देश
मध्यप्रदेश में सड़क हादसों की घटना में लगातार वृद्धि हो रही है। प्रदेश में 11 हजार के करीब लोगों की मौत सड़क हादसे में हो जाती है। जिन पर इन हादसों को रोकने के लिए केंद्रीय सड़क निर्माण और राजमार्ग विभाग द्वारा मध्य प्रदेश सरकार को 3 नवंबर को पत्र लिखा गया था। सड़क हादसे में 2030 तक 50 फीसद कमी लाने के लिए हाईवे पुलिस के गठन की बात कही गई थी। इसके बाद पुलिस मुख्यालय द्वारा इसकी तैयारी शुरू की गई है।