भोपाल : मध्य प्रदेश में ठंड बढ़ गई है। कई शहरों में रात का तापमान काफी नीचे जा पहुंचा है। 5 दिसंबर से कड़ाके की ठंड का पूर्वानुमान जताया गया है। प्रदेश में मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो भोपाल के मुकाबले जबलपुर और ग्वालियर अंचल को सबसे अधिक ठंड रिकॉर्ड किया गया है। 1 और 2 दिसंबर के दिन रिकॉर्ड की गई है। अधिकतम तापमान में गिरावट देखी जा रही है। प्रदेश के कई जिलों में गलन और कोहरे का असर भी दिखाई देने लगा है। राज्य में फिलहाल कोई नया सिस्टम नहीं है लेकिन बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा। जिसके डिप्रेशन में बदलने की संभावना जताई गई है। इसके कारण तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। इसके अलावा उत्तर की तरफ से आ रही बर्फीली हवा का असर राजधानी भोपाल में देखने को मिल रहा है। रात का तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जबकि हवा की गति 14 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रही है।
नौगांव सबसे ज्यादा ठंडा रिकॉर्ड
मध्य प्रदेश के कई जिलों में तापमान में गिरावट के बीच ग्वालियर चंबल संभाग में सुबह कोहरा दिखाई दे रहा है जबकि नौगांव को सबसे ज्यादा ठंडा रिकॉर्ड किया गया है। यहां तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस देखने को मिल रहे हैं। हालांकि राज्य के न्यूनतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन देखने को नहीं मिला है।
इन जिलों में तापमान में गिरावट
मौसम केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक तपमान में विशेष परिवर्तन नहीं होगा। शहडोल संभाग में तापमान सामान्य रहने के आसार जताए गए हैं । वहीं 3 दिनों तक मौसम शुष्क बने रहने की उम्मीद जताई गई है। रायसेन में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस, पचमढ़ी में 7.6 , ग्वालियर 7.8 , उमरिया 8.9 राजगढ़ नरसिंहपुर खंडवा में 9.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया है।
अगले हफ्ते से MP में मौसम और अधिक सर्द
मध्य प्रदेश के मौसम वैज्ञानिक की बात करें तो हवाओं का रुख उतरी है। जिससे तापमान में गिरावट देखी जा रही है। फिलहाल मौसम इसी तरह रहेगा। मौसम पर असर डालने वाले कोई भी नई सिस्टम एक्टिव नहीं होने की वजह से तापमान में वृद्धि भी संभव है। हालांकि उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। जिसके कारण बर्फबारी में तेजी देखी जाएगी। इससे अगले हफ्ते तक मध्य प्रदेश में मौसम और अधिक सर्द रह सकता हैं।