मध्य प्रदेश कांग्रेस ने व्यापमं की तरह एमपी ऑनलाइन द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) और ग्लोबल बिग फार्मा (आरबीएस) की फार्मासिस्ट परीक्षा में भी घोटाले के किये हैं।
परीक्षा परिणाम में मेरिट लिस्ट सूची के मुताबिक कैंडिडेट्स का चयन नहीं किया गया और कम मार्क्स पाने वाले कैंडिडे्टस का चयन कर लिया गया। यह जानकारी पीडि़त अभ्यर्थियों को सूचना के अधिकार कानून (आरटीआई) के तहत प्रदान किए गए दस्तावेजों से मिली है।
अधिक अंक पाने के बाद भी कम अंक वाले अभ्यर्थियों का फार्मासिस्ट पद पर चयन कर एमपी ऑनलाइन द्वारा उनके साथ अन्याय किया गया है। इसमें भारी घोटाला हुआ है।
इस घोटाले में करीब पांच हजार करोड़ रूपये के गबन और दुरूपयोग की खबरें हैं. घोटाले की खबरें सुर्खियों में रहने के दौरान राज्य में स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित छह लोगों की मौत हुई है। इसके बावजूद शिवराज सरकार ने मुँह पर चुप्पी साध के बैठे हुये थे। आखिर कब तक अपनी सरकार में चल रही धाँधली पर पर्दा डालते रहेंगे।