मध्यप्रदेश के सबसे छोटे जिलों के बारे में आपको बताते हैं

क्षेत्रफल की दृष्टि से देखें तो एमपी में सबसे बड़ा डिस्ट्रिक्ट छिंदवाड़ा है. लेकिन मध्यप्रदेश में ऐसे कई जिले हैं जो क्षेत्रफल के मामले में काफी छोटे भी हैं.

तो आइये आपको बताते हैं-

  1. निवाड़ी –
    निवाड़ी जिला मध्य प्रदेश का सबसे छोटा जिला है इस जिले का क्षेत्रफल मात्र और मात्र 1,170 किलो मीटर स्क्वायर ही है. और जनसंख्या की बात करें तो इस जिले में मात्र और मात्र चार से साढ़े चार लाख लोग ही रहते हैं. जिला 1 अक्टूबर सन 2018 को टीकमगढ़ जिले से अलग हुआ था इसी के साथ ही मध्यप्रदेश का 52वां नया जिला बना.
  2. आगर मालवा –
    आगर मालवा जिला एमपी का दूसरा सबसे छोटा जिला है. इस जिले का क्षेत्रफल मात्र 2,701 किलो मीटर स्क्वायर है. जिले की जनसंख्या बहुत ही ज्यादा कम है जिले में मात्र मात्र 6 लाख लोग रहते हैं. जिला मध्य प्रदेश के उत्तर पश्चिम क्षेत्र के तरफ पड़ता है. जिले का निर्माण 16 अगस्त 2013 को शाजापुर जिले से अलग करके हुआ था.

आगर मालवा जिला अपनी लाल मिट्टी के लिए भारत भर में प्रसिद्ध है और यह जिला राजस्थान को छूता है.

  1. भोपाल
    मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल मध्य प्रदेश का तीसरा सबसे छोटा जिला है. भोपाल का क्षेत्रफल 2,772 किलोमीटर स्क्वायर है. भोपाल, पहले एमपी का क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटा जिला था. भोपाल में जनसंख्या मध्यप्रदेश के बाकी जिलों की तुलना में काफी ज्यादा है.
    भोपाल में लगभग 25 लाख लोग रहते हैं.
  2. दतिया –
    मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में मौजूद दतिया जिला मध्य प्रदेश का चौथा सबसे छोटा जिला है, क्षेत्रफल की दृष्टि से. जिले में मात्र और मात्र 8 लाख लोग ही रहते हैं. उत्तर की ओर दतिया जिले के भिंड पश्चिम की ओर ग्वालियर दक्षिण की ओर शिवपुरी और पूर्व की ओर उत्तर प्रदेश की झांसी जिला मौजूद है.
  3. अलीराजपुर –
    मध्य प्रदेश के दक्षिण पश्चिमी छोर पर मौजूद अलीराजपुर मध्य प्रदेश का पांचवा सबसे छोटा जिला क्षेत्रफल की दृष्टि से. बात करें इस जिले की जनसंख्या की तो इस जिले में मात्र 8 लाख लोग ही रहते हैं जिले का क्षेत्रफल 3,182 किलोमीटर स्क्वायर है.