भोपाल : पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बीजेपी सरकार पर सवालों की बौछार की है। उन्होने कहा कि निवेश विश्वास से आता है, भाषण से नहीं। आज का युवा हाथों में काम और व्यवसाय चाहता है। इसी के साथ उन्होने वादा किया कि कांग्रेस सरकार बनते ही कर्मचारियों की पुरानी पेंशन (OPS) बहाल की जाएगी। कमलनाथ ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार पुलिस और कर्मचारियों पर दबाव बनाकर काम करवा रही है। ये बात उन्होने बुधवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अधिकारी-कर्मचारी प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कही। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह से भाजपा सरकार अधिकारियों और पुलिस पर दबाव बनाकर कार्य करवा रही है, इससे काफी संकट की स्थिति बनती जा रही है। उन्होंने कहा कि मैने अपने राजनीतिक करियर में बहुत कुछ देखा है। आज कर्मचारी अपनी शपथ और पुलिस अपनी वर्दी की इज्जत नहीं करेगा तो उसे पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। उन्होने कहा कि कोई भी अधिकारी कर्मचारी कभी उनके ऊपर उंगली नहीं उठा सकते हैं।

पुरानी पेंशन बहाल करने का वादा
कमलनाथ ने कहा कि ‘हर चुनाव में अलग-अलग विषय आते हैं अलग-अलग मुद्दे आते हैं लेकिन आज जो चुनाव सामने होंगे वो हमारे लिए एक बड़ी चुनौती है। ऐसी चुनौती आपके जीवन में कभी नहीं आई होगी। एक चुनौती हमारे संविधान और संस्कृति को बचाने की भी है। हमें तय करना होगा कि हम आने वाली पीढ़ियों को कैसा भविष्य सौंपना चाहते हैं। हमारी जिम्मेदारी है कि हम संविधान और संस्कृति के रक्षक बने। बाबा साहब का बनाया हुआ संविधान गलत हाथों में चला जाएगा तो उसका क्या परिणाम होगा? संवैधानिक संस्थाओं को बर्बाद किया जा रहा है यह चिंता का विषय है।’ इसी के साथ उन्होने फिर दोहराया कि कांग्रेस सरकार बनते ही कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल होगी।
कमलनाथ ने कहा कि हमारे देश में कितनी अनेकता और कितनी विभिन्नताएं है। विश्व में ऐसा कोई ऐसा देश नहीं जहां पर इतने धर्म हो, इतनी जातियां, इतनी भाषाएं, इतने देवी-देवता और इतने त्यौहार हों। भारत की संस्कृति जोड़ने की संस्कृति है, हम दिल जोड़ते हैं, संबंध जोड़ते हैं और इसी संस्कृति के कारण हम एक साथ खड़े होकर देश के झंडे को सलाम करते हैं। हमारे देश में, प्रदेश में शांति बनी रहे, गांव-घरों में, कस्बों में मुहल्लों में शांति चाहते हैं, हम सभी शांति चाहते हैं।
बीजेपी पर आरोप
पीसीसी चीफ ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा समाज में बिखराव लाया जा रहा है। भाषा का विरोध किया जा रहा है, धर्म को बांटा जा रहा है, खालिस्तान के नारे लगाये जा रहे है। आज जो तस्वीर हमारे सामने हैं, उसे बदलने के लिए हमें हमारी संस्कृति और संविधान का रक्षक बनना होगा। भारतीय जनता पार्टी की राजनीति गुमराह करने ओर ध्यान मोड़ने की है। किस तरह 2014 और 2019 में मोदी जी रोजगार और किसानों की बात करते थे। आज उनकी बातों से रोजगार और किसानों का मुद्दा नदारद है। वे तो लोगों का ध्यान मोड़ने और भ्रमित करने के लिए राष्ट्रवाद और खालिस्तान, की बात करने लग जाते है। उन्होने कहा कि मोदी जी बताएं कि वे कैसा आत्मनिर्भर भारत बनाना चाहते हैं? क्या यही आत्मनिर्भर भारत बनाना चाहते हैं कि युवाओं के पास रोजगार नहीं, व्यवसाय नहीं, महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है, किसान परेशान है। वहीं प्रदेश में शिवराज सरकार में तो भ्रष्टाचार का ऐसा आलम है कि आज पैसा, पुलिस और प्रशासन की राजनीति हो रही है। उन्होंने कहा कि आज आप जैसा जीवन जियेंगे, आने वाली पीढ़ी भी वैसा जीवन जियेंगी। यदि आपको संस्कृति और संविधान को बचाना है तो अगले 7 माह के लिए अपना कार्यक्रम बनायें, भाजपा की ध्यान मोड़ने की राजनीति का जबाव हमें जनता के बीच जाकर देना है। उन्होंने शिवराज सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि भाषण ने निवेश नहीं आता, निवेश विश्वास से आता है, विश्वास समिट करने और भाषण देने से नहीं आयेगा।
कमलनाथ ने कहा कि आज का नौजवान रोजगार-व्यवसाय का मौका चाहता है और यह मौका तभी आयेगा तब निवेश आएगा और निवेश आने से आर्थिक गतिविधियां बनती है। कृषि क्षेत्र मध्यप्रदेश की नींव है, किसान संपन्न होगा तो प्रदेश भी उन्नति और प्रगति करेगा। यदि नौजवानों का भविष्य अंधेरे में है, तो वह भविष्य का निर्माण कैसे करेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में हमने 27 लाख किसानों का कर्जा माफ किया। गौशालाएं बनायी, महिलाआंे, युवाओं के लिए कार्य किये, शुद्ध के लिये युद्ध अभियान चलाया, माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया। अंत में उन्होंने कहा कि आप सबने प्रशासन में कार्य किया है, आपकी सोच है सूझबूझ है, आपकी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, कर्तव्य है आप समाज में जैसा संदेश देंगे, आने वाली पीढ़ी का भविष्य बन सके, संविधान और संस्कृति बनी रही।
डीएस राय ने उठाए सवाल
इस अवसर पर मप्र कांग्रेस पूर्व अधिकारी-कर्मचारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डी.एस. राय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी ने देश को खाली कर दिया है। आज हम नीति और सिद्धांतों की लड़ाई लड़ रहे है, यह लड़ाई हमारे सिद्धांतों की है। महात्मा गांधी के हत्यारे की मंदिरों में मूर्तिया बना कर पूजा की जाती है, यह कौन सा सिद्धांत है। उन्होंने कहा कि हमें आदिवासियों को और अधिक जोड़ना होगा, भाजपा ने आदिवासियों का नाम बदलकर वनवासी कर दिया है, इससे उनकी पहचान ही बदल दी है। हम उनको आदि पुरुष के नाम से बुलाते हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें वनवासी नाम दे दिया। भाजपा आरक्षण को समाप्त करने की चालबाजी कर रही है। भाजपा हमेशा से कर्मचारियों की विरोधी रही है। पुराने कार्यकर्ता निस्वार्थ भाव से कांग्रेस के प्रति समर्पित है, लोगों के मन में सकारात्मक भावनाएं जागृत करने की आवश्यकता है। विधानसभा चुनाव के लिए हम सभी को अभी से अपनी भूमिका तय करना होगी।
इस अवसर पर मप्र कांग्रेस पूर्व अधिकारी/ कर्मचारी प्रकोष्ठ के कार्यकारी अध्यक्ष मनोहर राव नायडू, महेन्द्र सिंह, डॉ. रामप्रसाद सिंह आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में मप्र कांग्रेस पूर्व अधिकारी/ कर्मचारी प्रकोष्ठ के कार्यकारी अध्यक्ष आर.एन. ठाकुर ने सभी उपस्थित वरिष्ठ नेताओं के लिए स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम का संचालन मेजर प्रभाकर सिंह ने किया और के.के. सक्सेना ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी चंद्रप्रभाष शेखर, राजीव सिंह, प्रकाश जैन, अशोक सिंह, जे.पी. धनोपिया, महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती विभा पटेल सहित मप्र कांग्रेस पूर्व अधिकारी/ कर्मचारी प्रकोष्ठ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।