इंदौर :आयोजित ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट के दूसरे और अंतिम दिन गुरूवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कई बड़ी घोषणाएं की। उन्होने कहा कि मध्य प्रदेश में उद्योगपतियों को जमीन मिल गई तो उद्योग लगाने के लिए किसी भी तरह की अनुमति नहीं लेनी पड़ेगी। न उन्हें क्लियरेंस के लिए घूमना होगा न किसी और औपचारिकता के लिए। ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर, इंदौर में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का समापन समारोह में उन्होने इंदौर में दस हजार क्षमता वाला कन्वेंशन सेंटर बनाने की घोषणा भी की।

‘निवेशकों की एक पाई भी व्यर्थ नहीं जाने दूंगा’
सीएम शिवराज ने कहा है कि ‘जिन निवेशक मित्रों ने इन्टेंशन ऑफ इन्वेस्ट दिये हैं, उनको छोड़ूंगा नहीं और जिन्होंने नहीं दिये हैं, उन्हें भी छोड़ने वाला नहीं हूं।’ उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश के सीईओ के रूप में मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपके निवेश की एक पाई भी व्यर्थ नहीं जाने दूंगा। टीम मध्यप्रदेश आपके साथ खड़ी रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘एमपी में निवेशकों को निरंतर संवाद, सतत सहयोग, नीति अनुसार हर सुविधा, निश्चित समय सीमा में स्वीकृतियां, डेडिकेटेड हेल्पलाइन, सिंगल विेंडो सिस्टम, विभिन्न विभागों के बीच समन्वय जैसी सुविधाएं देंगे। मध्यप्रदेश के सीईओ के रूप में मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपके निवेश की एक पाई भी व्यर्थ नहीं जाने दूंगा। टीम मध्यप्रदेश आपके साथ खड़ी रहेगी। इंदौर से मध्यप्रदेश में इन्वेस्टमेंट का नया दौर प्रारंभ हो रहा है। एक अद्भुत वातावरण है, विश्वास का वातावरण है, निवेश की आयडियल डेस्टिनेशन है।’
पोर्टल पर कर सकते हैं शिकायत
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि निवेश के क्षेत्र में यदि कोई समस्या आती है तो उसके समाधान के लिए investmp.in के पोर्टल पर How can I help you की विंडो खोली जा रही है। कोई भी यहां अपनी समस्या का उल्लेख कर सकता है। स्वयं मुख्यमंत्री महीने में एक दिन इसकी समीक्षा करेंगे। सीएम ने इस अवसर पर कहा कि ‘हमने 18 साल में शून्य से शिखर तक का सफर तय किया है। हमने गड्ढे वाली सड़कों से लेकर शानदार हाईवेज तक, गंदगी के ढेर से स्वच्छता के शिखर तक का सफर तय किया है। मैं प्रदेश की 8.50 करोड़ की जनता को बधाई देता हूं।’ उन्होने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि विकास को एक निर्णायक गति देकर ही रहेंगे। इस दो दिवसीय ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में 35 देशों के राजदूत, काउंसलेट जनरल या डिप्टी चीफ ऑफ मिशन उपस्थित रहे। 84 देशों ने भागीदारी की, 447 अंतरराष्ट्रीय बिजनेस डेलीगेट्स, 401 अंतर्राष्ट्रीय खरीददार और 5000 से भी ज्यादा डेलीगेट्स शामिल हुए।