मध्यप्रदेश के सात अजूबों के बारे में आपको बताते हैं

मध्यप्रदेश को भारत का दिल कहते है। जो अपनी समृद्ध संस्कृत के लिये जाना जाता है। दोस्तों मध्यप्रदेश को इतिहास के लिये भी जाना जाता है। मध्यप्रदेश मे कई राज वंश के राजाओ ने शासन किया। खजुराहो , सांची भीमबैठिका को युरस्को ने वर्ड हेरेटाइस घोषित किया है। दोस्तों मध्यप्रदेश भारत के बेस्ट टुरेस्ट प्लेस मे से एक है।
आज आपको वहां के 7 अजूबों के बारे में बताते हैं-

मांडू

मध्यप्रदेश की सात अजूबों मे से इस अजूबा का नाम दूसरे नंबर मे आता है। यह अजूबा इंदौर मे स्थित है। रानी रूपवती और बादशाह बाज बहादुर की अमर प्रेम की गवाह है। मध्यप्रदेश का मांडू अपने एतिहासिक किलो के लिये है। राजरानी के प्रेम के गवाह इस शहर को उस वक्त शादिया नाम से जाना जाता था। जिसका मतलब है की खुशियों का शहर।

साँची

मध्यप्रदेश की सात अजूबों मे से इस अजूबा का नाम तीसरे नंबर मे आता है। यह अजूबा रायसेन के पास में स्थित है। मध्यप्रदेश के रायसेन जिले मे स्थित एक छोटा सा गांव है । साची अपने शुमार को और बौद्धस्तूपो के लिए पूरी दुनिया मे फेमस है।

महेश्वर

मध्यप्रदेश की सात अजूबों मे से इस अजूबा का नाम चौथे नंबर मे आता है। यह अजूबा खारगौन मे स्थित है। मध्यप्रदेश के खारगौन जिला का बहुत ही शानदार कस्बा है महेश्वर। अपने शानदार हस्त करवा वस्तुओ के लिए ये काफी फेमस है। महेश्वर मे भगवान शिव के कई मंदिर है।

उज्जैन

मध्यप्रदेश की सात अजूबों मे से इस अजूबा का नाम पाचवें नंबर मे आता है। यह अजूबा उज्जैन मे स्थित है। क्षिप्रा नदी के किनारे बसा उज्जैन शहर धार्मिक गतिविधियो का केंद्र है। उज्जैन अपने प्रसिद्ध प्राचीन मंदिरों के लिये के लिये प्रसिद्ध है। उज्जैन देश भर के पर्यटको को आकर्षित करता है। शिवरात्रि के कुंभ और अर्द्ध कुम्भ मेलों के लिये दुनिया भर मे जाना जाता है।

अपर लेक

मध्यप्रदेश की सात अजूबों मे से इस अजूबा का नाम छटावें नंबर मे आता है। यह अजूबा भोपाल मे स्थित है। देश की सबसे पुरानी मानव निर्मित झील है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल मे स्थित अपर लेख है। ग्यारवी सदी की इस झील को स्थानीय स्थल पर बड़ा तालाब के नाम से पुकारा जाता है।

पचमढ़ी

मध्यप्रदेश की सात अजूबों में से इस अजूबा का नाम सातवें नंबर मे आता है। यह अजूबा पचमढ़ी मे स्थित है। मध्यप्रदेश के एक लौता हिल स्टेशन है पचमढ़ी। पचमढ़ी क्यूइंग आफ सतपुड़ा के रूप मे लोकप्रिय है। ये 1110 मीटर की ऊचाइयों मे स्थित है। पचमढ़ी मे स्थित है धूप गढ़ विंध्यसतपुड़ा श्रेणी का मध्य भारत का सबसे ऊच्तम बिन्दु है। पचमढ़ी अपनी प्राचीन गुफाओ और जलप्रपातों और प्रकृतिक सुंदरता जंगलो और वनस्पतियों और जीव जन्तुओ के लिए प्रसिद्ध है।