भोपाल : आज राष्ट्रीय पर्यटन दिवस है और इस दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पर्यटकों को मध्य प्रदेश आने का न्योता दिया है। उन्होने कहा है कि यहां उन्हें जल प्रपात, राष्ट्रीय उद्यान, प्राकृतिक सौंर्दय से भरे स्थान और धार्मिक पर्यटन का भी अवसर मिलेगा। किसी भी स्थान की अर्थव्यवस्था में पर्यटन की अहम भूमिका होती है। पिछले कुछ सालों में प्रदेश में कई पर्यटन स्थल विकसित किए गए हैं और इसके बाद यहां सैलानियों के आने का सिलसिला भी बढ़ा है। हमारा प्रदेश और देश विविधताओं से भरा हुआ है और यही वजह है कि देश विदेश से यहां सैलानी घूमने के लिए आते हैं।

सीएम ने दिया आमंत्रण
सीएम शिवराज ने ट्वीट करते हुए कहा है कि ‘आप सभी पर्यटन प्रेमियों को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की शुभकामनाएं। आपको मैं पर्यटन के लिए मध्यप्रदेश में हृदय से आमंत्रित कर रहा हूं। भीम बैठका, सांची स्तूप, धुआंधार जल प्रपात, कान्हा राष्ट्रीय उद्यान और असंख्य अनूठे स्थानों के भ्रमण से आपको असीम आनंद की प्राप्ति होगी। मध्यप्रदेश अपने ऐतिहासिक और प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ टाइगर के लिए भी प्रसिद्ध है। अब हम केवल टाइगर स्टेट नहीं, बल्कि चीता स्टेट भी हो गये। यहां आपको टाइगर की दहाड़ के साथ चीते की रफ्तार भी देखने का सुख प्राप्त होगा। मध्यप्रदेश में आपको पर्यटन के साथ भगवान महाकाल के आशीर्वाद से निर्मित श्रीमहाकाल महालोक की दिव्यता के साथ ओंकारेश्वर, अमरकंटक तथा ओरछा के रामराजा के दर्शन का भी अप्रतिम सुख मिलेगा। मैं पुन: आपको मध्यप्रदेश में पर्यटन हेतु आमंत्रित करता हूं।’
इस साल की थीम
भारत में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाने की शुरूआत साल 1948 में हुई। आजाद भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पर्यटन यातायात समिति का गठन किया गया। इसके तीन साल बाद 1951 में चेन्नई और कोलकाता में इसके क्षेत्रीय कार्यालयों में इज़ाफ़ा हुआ और दिल्ली मुंबई में भी कार्यालय बनाए ग। 1998 में पर्यटन और संचार मंत्री के नेतृत्व में पर्यटन विभाग का गठन हुआ। इस साल की थीम ‘ग्रामीण और सामुदायिक केंद्रित पर्यटन’ है। भारत एक ऐसा देश है जहां अनेक भाषाएं बोली जाती हैं, अनेक धर्म है और कई संस्कृतियों का समावेश है। अनेकता में एकता यहां की परंपरा में है और इस रंग बिरंगी संस्कृति को देखने के लिए दुनियाभर से लाखों पर्यटक हर साल यहां आते हैं। अपने देश और प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार अनुकूल वातावरण बनाने के लिए प्रयासरत है और इसी के तहत हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया जाता है और इसका उद्देश्य भारतीय पर्यटन स्थलों का प्रचार प्रसार है।