ग्वालियर : मध्य प्रदेश में शासकीय/स्वशासी चिकित्सक महासंघ के बैनर तले शुरू हुई ‘चिकित्सक संपर्क यात्रा’ शनिवार को शिवपुरी के श्रीमंत राजमाता विजया राजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय पहुंची। यहां यात्रा का भव्य स्वागत किया गया और कॉलेज के चिकित्सकों से उनकी विभिन्न समस्याओं को लेकर चर्चा की गई। यहां सभी चिकित्सा शिक्षकों और चिकित्सकों ने एक स्वर में चिकित्सा बचाओ, चिकित्सक बचाओ यात्रा को पुरजोर समर्थन देने की बात कही।
जारी है यात्रा
यात्रा मेडिकल कॉलेज से आगे चल कर तात्या टोपे चौराहे तक पहुंची। तात्या टोपे चौराहे पर पहले से मौजूद मेडिकल ऑफिसर्स द्वारा पुष्पगुच्छ और फूलमालाओं से स्वागत किया गया। इसके बाद यात्रा पैदल रैली के रूप में आगे बढ़ी। रैली में 400 चिकित्सकों, मेडिकल ऑफिसर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के चिकित्सक और चिकित्सा विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। पैदल रैली का समापन जिला चिकित्सालय में हुआ और फिर यात्रा ओरछा की ओर आगे बढ़ी। शासकीय/स्वशासी चिकित्सा महासंघ के मुख्य संयोजक डॉ राकेश मालवीय ने बताया कि उन्हें वृहद स्तर पर समर्थन मिल रहा है। बता दें कि प्रदेश के अस्पतालों और स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली के खिलाफ शुक्रवार से चिकित्सक संपर्क यात्रा प्रारंभ हुई है।
7 फरवरी को पहुंचेगी भोपाल
इस यात्रा की शुरूआत 27 जनवरी को ग्वालियर से हुई है। गजराराजा मेडिकल कॉलेज से प्रारंभ होकर यात्रा मुरैना, अम्बाह, भिंड, दतिया, शिवपुरी, ओरछा, निवारी, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, सीधी, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, कटनी, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, धार, रतलाम, मंदसौर, उज्जैन, शाजापुर, देवास, इंदौर, ब्यावरा, विदिशा, सागर, दमोह, रायसेन होते हुए 7 फरवरी को भोपाल पहुंचेगी। प्रदेश के 38 जिलों के सीएचसी, पीएचसी,जिला अस्पतलों एवं 13 मेडिकल कॉलेजों में यात्रा का पड़ाव होगा। प्रदेश के चिकित्सकों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार, चिकित्सालयों की बदहाल स्थिति, सुविधाओं का अभाव, वेतन विसंगति और पदोन्नति जैसे मुद्दों को लेकर सभी चिकित्सक संघ एकजुट होकर मध्य प्रदेश में शासकीय/स्वशासी चिकित्सक महासंघ के बैनर तले यात्रा निकाल रहे हैं। इन्होने वार्ता विफल होने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी भी दी है।