आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई, बीसीएम समूह के 45 ठिकानों पर छापा, बेहिसाब संपत्ति का खुलासा, दस्तावेज बरामद…

इंदौर : माइलाइन और बाजार वेल्यू के बीच के भारीभरकम अंतर को अपनी कमाई का जरिया बनाकर बैठे इंदौर के बिल्डरों के खिलाफ इनकम टैक्स का अभियान जारी है। इसी कड़ी में इनकम टैक्स की इन्वेस्टिगेशन विंग ने बुधवार को बीसीएम गुप् के इंदौर, बैंगलुरू, मुंबई, कोलकाता सहित 45 ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की। यह वही ग्रुप हैं, जिसने रिलांयस समूह के साथ कोकिलाबेन हॉस्पिटल बनाया है जिसका उद्घाटन बीते दिनों महानायक अमिताभ बच्चन ने किया था |

45 ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई

बीसीएम ग्रुप रीयल एस्टेट, वॉस्पिटालिटी एज्यूकेशन और एफएमसीजी के बाद कोकिलाबेन हॉस्पिटल के रूप में थकेअर ने भी काम कर रहा हैं। बुधवार तड़के इनकम टैक्स इन्वेस्टिगेशन विंग की टीम बीसीएम डाइट स्थित बीसीएम रियलिटी के ऑफिस, कोकिलाबेन हॉस्पिटल सदित, संचालकों व सीएम के ठिकानों पर पहुंची। कार्रवाई शुरू की। बताया जा रखा है कि समूह इंदौर के साथ ही बैंगलुरु में रियल एस्टेट प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है।

इंदौर में बीसीएम प्राइड बीसीएम पार्क, बीसीएम जोडियक मॉल जैसे प्रोजेक्ट पर काम कर रखा है। इससे पहले समूह बीसीएम डाइट बीसीएम आर्केड, बीजीएम पेराडाइज बीसीएम प्लेनेट, बीसीएम सिटी जैसे प्रोजेक्ट पूरे कर चुका हैं। एअरपोर्ट-पिथमपुर रोड पर जैनोद की जमीन पर बीसीएम टाउनशीप पर काम कर रखा है। सभी प्रोजेक्ट में गाइडलाइन वेल्यू और बाजार मुल्य में बड़ा अंतर है। जो समूह की कमाई का बड़ा जरिया बल चुका है।

दस्तावेज से बड़ी कर चोरी का खुलासा 

बताया जा रहा है कि सितंबर से जनवरी के बीच रियल एस्टेट समूहों पर हुई दो बड़ी कार्रवाइयों के कारण एडतियात बरतने के बावजूद बीसीएम समूह से प्रारंभिक कार्रवाई में ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जो बड़ी कर चोरी की पुष्टी करते हैं। आयकर के अधिकारियों ने स्वयं खरीदा बजकर प्रोजेक्ट की गाइडलाइन वेल्यू और बाजार वेल्यू के अंतर को रिकार्ड किया है। जो कार्रवाई का बड़ा आधार हैं। बताया जा रहा है कि कुछ प्रोजेक्ट में यह अंतर 4 गुना का हैं।

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