राजीव गांधी को लंदन में ही 1956 की एक शाम सोनिया गांधी दिखीं और वो कहते हैं न, ‘Rest is History’, राजीव गांधी और सोनिया गांधी की शादी 23 साल चली और उसके बाद राजीव गांधी के अंत से इस प्रेम कहानी का दुखद अंजाम हुआ।
वो पहली मुलाकात जिसमें सोनिया को दिल दे बैठे थे राजीव-
लंदन में पढ़ाई के दौरान राजीव गांधी अक्सर अपने दोस्तों के साथ बाहर जाया करते थे। राजीव गांधी 1956 की ऐसी ही एक शाम को दोस्तों के साथ लंदन के वरसिटी रेस्त्रां में बैठे थे और वहीं उनके सामने आईं खूबसूरत सोनिया माइनो, राजीव गांधी को सोनिया गांधी से उसी वक्त प्यार हो गया। उस समय सोनिया कैम्ब्रिज में पढ़ रही थीं और साथ ही साथ पार्ट-टाइम वेट्रेस की तरह उसी होटल में काम कर रही थीं।
रिश्वत देकर हुई थी सोनिया से पहली मुलाकात-
राजीव गांधी ने अपने दोस्त और रेस्त्रां के मालिक चार्ल्स एंटोनी से कहा की कुछ ऐसा इंतज़ाम किया जाए कि सोनिया राजीव के थोड़ा करीब रह सकें। इसके लिए राजीव ने उन्हें रिश्वत भी दी। इसके बाद सोनिया के लिए राजीव ने पेपर नैपकिन में एक कविता लिखी और बेस्ट वाइन भेजी जो चार्ल्स के जरिए सोनिया तक पहुंची। इसके बाद शुरू हुआ दोनों की मुलाकातों का दौर।
दिल्ली से लंदन सोनिया से मिलने आईं थी इंदिरा-
राजीव गांधी और सोनिया गांधी एक दूसरे के इतने प्यार में थे कि राजीव गांधी ने इसके बारे में अपनी मां को बता दिया। ये बात थी 1965 की। इंदिरा गांधी उस समय भी काफी खुले विचारों की थीं और वो सोनिया से मिलने लंदन पहुंच गईं। वैसे तो राजीव के परिवार में इस रिश्ते की सहमति थी, लेकिन सोनिया के पिता को इससे थोड़ी दिक्कत थी। उनका मानना था कि उनकी बेटी राजनीतिक परिवार में जाएगी तो ये गलत होगा।