MP : हवाओं का रुख बदला, 13 फरवरी से बदलेगा मौसम, तापमान में परिवर्तन, फरवरी अंत में दिखेगा गर्मी का असर…

भोपाल : पश्चिमी विक्षोभ और प्रति चक्रवात के असर से मध्य प्रदेश के मौसम में बार बार बदलाव आ रहा है, जिसके असर से हवाओं के रुख में बदलाव देखने को मिल रहा है। प्रदेश का मौसम शुष्क बना हुआ है। आने वाले दिनों में भी मौसम ऐसा ही बना रहेगा। फिलहा एमपी मौसम विभाग ने किसी भी प्रकार की कोई चेतावनी जारी नहीं की है।हालांकि राज्य में ठंड के एक बार फिर लौट कर आने का अनुमान है, अगले कुछ दिनों में पारा लुढ़क सकता है

एमपी मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के असर से हवा का रुख एक बार फिर बदल गया है। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के आसपास बना हुआ है। इसके प्रभाव से राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। साथ ही छत्तीसगढ़ पर एक प्रति चक्रवात बना है। रविवार को पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत से आगे बढ़ जाएगा। उसके बाद सर्द हवाएं चलने से वातावरण में फिर सर्दी बढ़ने लगेगी।

हवाओं का रूख बदला

एमपी मौसम विभाग की मानें तो अगले दो दिन तक दिन-रात के तापमान में 2 डिग्री तक वृद्धि होगी, लेकिन 13 फरवरी से तापमान में 3 से 4 डिग्री तक गिरावट होगी। रविवार को पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने के बाद हवाओं का रुख एक बार फिर उत्तरी होने लगेगा। तापमान में गिरावट आने से ठंड का असर भी बढ़ जाएगा। सर्द हवाएं चलने के कारण वातावरण में फिर से सर्दी लौटेगी।वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के उत्तर भारत से गुजरने पर ठंडक बढ़ेगी तापमान में 3 से 4 डिग्री तक गिरावट आएगी।

क्या कहता है मौसम विभाग

एमपी मौसम विभाग मुताबिक, वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान पर बना हुआ है। इसके असर से पश्चिमी मध्य पाकिस्तान व उससे लगे पश्चिम राजस्थान प्रेरक चक्रवात समुद्र तल की ऊंचाई की 1.5 किलोमीटर बना हुआ है। इसके अतिरिक्त छत्तीसगढ़ के आसपास एक प्रति चक्रवात बन गया है।इस मौसमी परिस्थितियों के कारण हवाओं का रुख दक्षिणी पूर्वी हुआ है। इसके कारण अब तापमान में वृद्धि देखने को मिल रही है।

मार्च से दिखेगा गर्मी का असर

एमपी मौसम विभाग की मानें अगले 24 घंटे में तापमान में बढ़ोतरी के आसार जताए हैं। फरवरी के आखिरी हफ्ते से प्रदेश में गर्मी दस्तक दे सकती है। मार्च के आखिरी हफ्ते से लू चलने के हालात बनना शुरू हो जाएंगे। आमतौर पर मप्र में तेज गर्मी 15 मार्च से शुरू होती है, जो 10 जून तक चलती है। इसके बाद प्री-मानसून गतिविधियां शुरू होती हैं। 13 फरवरी से तापमान में 3 से 4 डिग्री तक गिरावट होगी, हालांकि फरवरी के आखिरी हफ्ते से गर्मी का एहसास होने लगेगा।

तापमान में परिवर्तन

  • मध्य प्रदेश के कुल 52 जिलों में से 40 से अधिक जिलों का तापमान जिलों का अधिकतम तापमान 30 डिग्री के ऊपर दर्ज किया गया है। इन सभी जिलों में 1 दिन पहले ही तापमान 30 डिग्री के नीचे दर्ज किया गया था।
  • प्रदेश में सबसे गर्म स्थान मंडला जिला रहा, जहां अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गय।
  • दमोह में 34.5 डिग्री, खरगोन 34 डिग्री, राजगढ़ 33.5 डिग्री और उमरिया में 33 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
  • कई जिलों में तापमान 30 डिग्री के आसपास पहुंच गया।
  • 5 जिले प्रदेश में 33 डिग्री से ऊपर के तापमान के साथ सबसे गर्म स्थान ।
  • राज्य के 52 में से 40 जिलों का तापमान 30 डिग्री के आसपास बना हुआ है।

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