मध्यप्रदेश के 10 बड़े गैंगस्टर के नाम हम आपको बताएंगे

गैंगस्टरस हर राज्य में होते है.. जिनके चर्चे उस राज्य में ही बल्कि पुरे देश में होने लगते है.. आज हम आपको मध्य प्रदेश के 10 ऐसे गैंगस्टरस के नाम बताने वाले है जो सिर्फ मध्य प्रदेश में ही नहीं बल्कि पुरे देश में जाने जाते थे.

नंबर 1
इस लिस्ट में नंबर एक पर नाम आता है सुधाकर राव मराठा का..मंदसौर में अपने नाम का खौफ फ़ैलाने वाला सुधाकर राव मराठा मध्यप्रदेश के सभी गैंगस्टरस में टॉप पर आता है.. इस पर भी हत्या, हत्या की कोशिश, लूट समेत दर्जनों मामले दर्ज है.. इसने बहन ज्योति की भागने वाले जफ़र की हत्या कर अपराध की दुनिया में कदम रखा था.. इसी के साथ इंदौर के बहु चर्चित संदीप तेल हत्या काण्ड में भी सुधाकर राव् का हाथ था जिसके बाद ये राजस्थान आ गया था. फिलहाल ये अभी जेल में बंद है..

नंबर 2
इस लिस्ट में नंबर दो पर नाम आता है जबलपुर के ही कुख्यात गैंगस्टर विजय यादव का.. विजय पर भी दर्जन भर से भी ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे.. जिसमे हत्या, अवैध वसूली समेत कई बड़े मामले भी है.. विजय यादव और कुकू पंजाबी आपस में जानी दुश्मन थे और दोनों में वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी.. और इसी कारण विजय यादव ने 2017 में कुकू पंजाबी और कांग्रेसी नेता राजू मिश्रा की हत्या कर दी.. जिसके बाद फरार चल रहे विजय यादव पर पुलिस ने 30 हजार का इनाम भी रख दिया.. फिर जब कुछ समय बाद पुलिस को विजय यादव के ठिकाने की ख़बर मिली तो पुलिस ने अल सुबह 4 बजे विजय यादव को घेर लिया और दोनों में क्रॉस फायरिंग शुरू हो गई जिसमे विजय यादव और उसके एक साथ ही मौत हो गई.. पुलिस के इस एनकाउंटर को विजय यादव के परिवार ने फर्जी बताया है.

नंबर 3
इस लिस्ट में नंबर 1 पर नाम आता है एक ऐसे गैंगस्टर का जिसने बहुत ही कम उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था.. और वो इस दुनिया में इतनी तेजी से बढ़ रहा था की मात्र 20 साल की उम्र में उसकी दूसरी गैंग ने हत्या कर दी. खुद को महाकाल का भक्त कहने वाला दुर्लभ कश्यप 20 साल का एक ऐसा गैंगस्टर था जिस पर हत्या, जबरन वसूली के दर्जनों मामले दर्ज थे… दुर्लभ कश्यप हमेशा माथे पर गोल टीका लगता था, काले कपडे पहनता था इसलिए इसकी पहचान बाकी सभी गैंगस्टरस से अलग थी. इसके अलवा दुर्लभ की गैंग ने अपनी फेसबुक आईडी मेंटेन करने के लिए भी एक टीम बना रखी थी. सितंबर 2020 में दूसरी गैंग से झड़प होने पर दुर्लब की चाकू से गोद कर हत्या कर दी गई थी..

नंबर 4
इस लिस्ट में नंबर 4 पर नाम आता है जबलपुर के छोटू चौबे का.. छोटू पर भी हत्या, लूट, अवैध वसूली के कई आपराधिक मामले दर्ज है.. छोटू अपराधी होने के साथ शहर में गैंग भी चलता है जिसका नाम है 2222.. साल 2018 में छोटू ने पुलिस पर उस वक्त फायरिंग कर दी जब पुलिस उसे पकड़ने पहुची थी.. छोटू पर कई बड़े आपराधिक मामले भी दर्ज है.. साल 2020 मे फरार चल रहे छोटू की ख़बर जब पुलिस को मिली तो पुलिस ने छोटू को उसके तीन साथियों के साथ गिरफ़्तार कर लिया था..

नंबर 5
इस लिस्ट में नंबर पांच पर नाम आता है ग्वालियर के कुख्यात गैंगस्टर परमाल सिंह तोमर का.. परमल सिंह पर हत्या, हत्या की कोशिश, लूट, जबरन वसूली समेत कई आपराधिक मामले दर्ज है.. अभी परमाल पंकज सिकरवार हत्या काण्ड में सजा काट रहा है

नंबर 6
इस लिस्ट में 6 नंबर पर नाम आता है मुख्तार मालिक का.. मुख़्तार मालिक वैसे तो भोपाल के डॉन के नाम से जाना जाता है.. पर अपने कारनामो के चलते पुरे देश में फेमस है.. मुख्तार मालिक पर 50 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज है.. साथ ही 1996 में भोपल जिला आदालत में हुए गैंग वार केस हाई कोर्ट ने इसे फंसी की सजा सुनाई थी पर सुप्रीम कोर्ट ने इसे बरी कर दिया था.. मुख्तार कितना खुखार था इस बात का अंदाजा इस चीज़ से लगाइए की इस पर 1990 में तत्कालीन मुख्यमंत्री सुंदर लाल पटवा को भी धमकी देने का मामला दर्ज है.. सितंबर 2012 में पुलिस ने मुख्तार मालिक को गिरफ़्तार किया था.. पुलिस ने गिरफ्तारी के वक्त मुख्तार और उसके साथियों की परेड भी निकली थी

नंबर 7
इस लिस्ट में नंबर 7 पर नाम आता है इंदौर के शाकिर चाचा का.. इस पर हत्या, लूट, जबरन वसूली के कई दर्जन आपराधिक मामले दर्ज है..अभी फिलहाल ये जीतू यादव हत्या काण्ड में जेल में बंद है.. साल 2015 में शाकिर चाचा जमीन और केबल के धन्धे में कदम जमाना चाह रहा है जिसके चलते शाकिर चाचा ने अपने गैंग के लोगो के साथ मिल कर जीतू यादव की गोली मार कर हत्या कर दी.. इसके बाद मपी पुलिस ने इसे जेल में डाल दिया था पर जेल में बंद होने के बाद भी शाकिर चाचा अपनी गैंग जेल से ही चलता था

नंबर 8
इस लिस्ट में नंबर 8 पर नाम आता है जबलपुर के बबलू पांडा का.. बबलू पांडा पर हत्या समेत, हत्या की कोशिश, लूट समेत कुल 35 आपराधिक मामले दर्ज है.. बबलू पांडा ने सबसे पहले अपनी पत्नी की भरे बाजार गोली मार कर हत्या की फिर उसके कुछ दिन बाद अपने दोस्त का अपरहरण कर उसकी हत्या कर उसकी लाश कटनी के पास जंगल में फैक दी.

नंबर 9
इस लिस्ट में नंबर 9 पर नाम आता है सतीश भाऊ का.. सतीश भाऊ का नाम भी इंदौर के मशहूर गैंगस्टरस में आता है.. सतिश भाऊ विष्णु उस्ताद के मर्डर केस में उम्र कैद की सजा काट रहा है.. सतीश भाऊ मुख्य रूप से डिस्प्यूटेड लैंड्स जैसे केसेस ज्यादा हैण्डल करता है.. इसकी दहशत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जेल में भी सतीश भाऊ को सबसे आखिरी वाले बैरक में रखा गया है जहाँ इससे किसी को मिलने की इजाजत नहीं है..

नंबर 10
इस लिस्ट में नंबर 10 पर नाम आता है युवराज उस्ताद का..युवराज उस्ताद का नाम इंदौर के कुख्यात गैंगस्टरस में शामिल है. अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए युवराज ने जेल में बंद जीतू ठाकुर की हत्या करवा दी थी..और इस तरह युवराज ने जयराम की दुनिया में कदम रखा था.. इस पर हत्या, हत्या की कोशिश, लूट के कई मुक़दमे थे.. पुलिस के मुताबिक ये इतना खतरनाक था कि मध्यप्रदेश सरकार ने इस पर रासुका भी लगा थी.. 20 जनवरी 2020 को कलेक्टर ने इसके खिलाफ वारंट जारी किया था जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने इस कुछ दिन बाद ही उस वक्त गिरफ़्तार कर लिया जब ये अपने घर वालो से मिलने आया हुआ था.