इंदौर : क्या आपने कभी ‘पेड़ों के लिए एंबुलेंस’ देखी है। पर्यावरण को होते नुकसान और ग्लोबल वार्मिंग के बीच ये एक बेहद इनोवेटिव विचार है और इसे अमलीजामा पहनाने जा रहा है इंदौर नगर निगम। इस तरह एक बार फिर इंदौर ने नवाचार में काबिले तारीफ पहल की है और इसकी प्रशंसा सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी की। सीएम ने कहा कि पीएम मोदी सही कहते हैं इंदौर एक दौर हैं जो समय के आगे चलता हैं।
इंदौर ने एक और नवाचार किया है। अभी तक हमें मनुष्यों के लिए इलाज के लिए एम्बुलेंस देखी है और पशुओं के लिए भी एम्बुलेंस है लेकिन अब एक और नया नवाचार कर इंदौर में पेड़ पौधों के लिए भी ट्री एम्बुलेंस की शुरुआत की है। इससे पेड़ पौधों की देखभाल की जाएगी। अगर कोई पौधा बीमार होता है तो ये उसकी देखभाल करेगी। किट नाशक दवाओं का छिटकाव करेगी।
मध्य प्रदेश का दिल इंदौर शहर स्वच्छता में नंबर वन होने के साथ-साथ नए नवाचार करने में भी सबसे आगे है। लगातार नए नवाचार कर इंदौर शहर अपनी शान बढ़ा रहा हैं। इंदौर एक दौर है जो समय के आगे चलता है। ऐसे में ये विश्वभर में इसकी नई उपलब्धियों के लिए चर्चा में रहता हैं। अभी हाल ही में नगरीय निकाय द्वारा एक और नया प्रयास किया जा रहा है। जिसके तहत शहर में लगे बीमार पौधों का इलाज करने के लिए एक ट्री एम्बुलेंस की शुरुआत होने जा रही हैं।
क्या करेगी ट्री एम्बुलेंस
इस एम्बुलेंस की मदद से नगर निगम की टीम विशेषज्ञों और उपकरणों के साथ मिल कर शहरी उद्यान में लगे बीमार पौधों की देखभाल करेगा। उनकी कटाई-छंटाई भी की जाएगी और नए पौधे लगाए जाएंगे। जिससे शहर का पर्यावरण भी स्वस्थ रहेगा और प्राकृतिक सुंदरता भी बरकरार रहेगी। क्योंकि इस ट्री एम्बुलेंस की मदद से ख़राब पेड़ पौधों को नया जीवन दिया जाएगा।
जैसा की आप सभी जानते है रोड के बीचों बीच बने डिवाइडर के पौधे जल्द बीमार हो जाते हैं और सुख जाते हैं। ऐसे में इनका ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरुरी है। इसके लिए विशेषज्ञों की टीम भी बना कर तैयार कर दी गई है। आपको बता दे, नगर निगम का उद्यान विभाग पंचवटी वाहनों को ही ट्री-एंबुलेंस बना कर तैयार कर रहा है।
एम्बुलेंस में रहेगी ये सब सुविधाएं –
इसके लिए कबाड़ के इस्तेमाल से ही जुगाड़ कर के नई तकनिकी को लाने का प्रयास किया जा रहा है। जो एम्बुलेंस बना कर तैयार की जा रही है उसमें पानी, दवाई और खाद के लिए टैंक बना कर तैयार किए जाएंगे। इसके साथ ही इसमें स्प्रिंक्लर, पंप, पौधों की कटाई का सामान, कांट-छांट के लिए भी उपकरण रहेंगे। ये ट्री एम्बुलेंस अलग अलग इलाकों में जाकर पेड़ पौधों का ध्यान रखेंगे।