नई दिल्ली : दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों का धरना जारी है। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल धरना स्थल पर पहुंचे हैं। केजरीवाल धरना स्थल पर बैठे पहलवानों से मुलाकात कर रहे हैं। कल भी आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज और आतिशी धरना स्थल पर पहुंचे थे। केजरीवाल खुद भी इन दिनों कई आरोपो में घिरे हुए हैं। जंतर मंतर पर उन्होंने कहा कि ये जगह बहुत पवित्र है। 2011 में हमने यहीं से आंदोलन शुरू किया और देश की राजनीति बदल दी। ये पहलवान यहीं से देश की खेल व्यवस्था बदल देंगे।
‘FIR दर्ज कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा’
केजरीवाल ने कहा कि हमारे देश के नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी पिछले एक हफ्ते से जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं, क्यों कि इनकी सरकार के एक बड़े नेता ने इन बेटियों के साथ गलत काम किया। ये बड़े दुख की बात है कि ये महिलाएं सामान्य महिलाएं नहीं हैं, इन्होंने अपनी मेहनत से देश का नाम रोशन किया है। पूरी दुनिया ने इसे देखा है। अगर इनके साथ किसी आदमी ने गलत काम किया तो उसपर FIR करवाने के लिए, सजा दिलवाने के लिए इन्हें यहां धरना देना पड़ा।
‘पूरा देश खिलाड़ियों के साथ’
हमारे समाज में ऐसे ही किसी भी लड़की के लिए खेलों में नाम कमाना वैसी ही मुश्किल है। मैं इन पहलवानों को सलाम करता हूं। मैं ये कहना चाहता हूं एक एक भारतीय जो देश से प्यार करता है, वो आपके साथ खड़ा है। जो भी चाहता है कि हमारा देश ओलंपिक में आगे बढ़े वो आपके साथ खड़ा है आप अकेले नहीं हो।
‘पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए सुनाया किस्सा’
अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा, ‘एक बुजुर्गे आए बोले मोदी जी ने सही नहीं किया, …ये बेचारी लड़कियां दुराचारी के खिलाफ़ FIR दर्ज कराने के लिए संघर्ष कर रही हैं, तो मन में सवाल उठ रहा है कि मोदी जी उसको क्यों बचा रहे हैं’। जब मैंने पूछा ऐसे आदमी को सब क्यों बचा रहे हैं। तो उन्होंने बोला का ऐसा संदेश जा रहे है देश में कि अगर इनकी पार्टी के किसी आदमी गलत काम करेगा तो उसका बाल भी बांका नहीं किया जाएगा।
‘जंतर मंतर से बदल दी थी देश की राजनीति’
दुख की बात है कि एक FIR कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा। जंतर मंतर देश की पवित्र धरती है। 2011 में हमने भी यहीं से आंदोलन शुरू किया, जिसने देश की राजनीति बदल दी। इन बच्चों के आंदोलन से देश की खेल व्यवस्था बदल जाएगी। मैं सबसे यही कहना चाहता हूं सब छुट्टी लेकर यहां आओ और इनका साथ दो। ये पहलवान अपने लिए नहीं लड़ रहे ये देश के लिए लड़ रहे हैं। केंद्र सरकार ने इन बच्चों के लिए पानी रोक दिया, बिजली काट दी। हमें तो इन बच्चों को कंधे पर उठाना चाहिए थे। मुख्यमंत्री के नाते मुझसे जो बन पड़ेगा वो मैं इनके लिए करूंगा।