भोपाल : मध्य प्रदेश में मई की पहली तारीख की शुरूआत गुलाबी मौसम और हल्के बादलों के साथ हुई है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेशभर में मौसम के मिजाज बदल गए है और बारिश-आंधी का दौर चल पड़ा है। पिछले 24 घंटे में 2 दर्जन से ज्यादा जिलों में तेज बारिश दर्ज की गई है। वही आज सोमवार 1 मई को भी 2 दर्जन से ज्यादा जिलों में मध्यम से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।इधर, भोपाल में 1 और 3 मई को हल्की बारिश तो 2 और 4 मई को तेज बारिश होने का अनुमान है।
एमपी मौसम विभाग की मानें तो , जम्मू कश्मीर में एक मई को नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसके कारण मई का पहले सप्ताह में आंधी-वर्षा के आसार रहेंगे। छह मई तक मौसम में इसी तरह के बदलाव देखने को मिलते रहेंगे।ग्वालियर में 2 मई के बाद बारिश का दौर तेज होगा, वही इंदौर में तीन व चार मई को फिर से तेज मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।आगामी 24 घंटे के दौरान जबलपुर सहित संभाग के जिलों में 40 से 50 किमी की गति से तेज हवा चल सकती है, कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की भी संभावना है।
आज 2 दर्जन जिलों में बारिश का अलर्ट
एमपी मौसम विभाग की मानें तो आज एक मई को जबलपुर, मंडला, डिंडोरी, बालाघाट और कटनी में भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। वही भोपाल, जबलपुर, शहडोल, ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग के ज्यादातर जिलों में बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है।वही नर्मदापुरम-चंबल संभाग के साथ गुना, भोपाल, दतिया, धार, इंदौर, ग्वालियर, शिवपुरी, उज्जैन, सागर और शाजापुर में ओले गिरने के आसार बने हुए है।
जानिए पूरे हफ्ते का हाल
एमपी मौसम विभाग की मानें तो आज एक मई को नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिससे आंधी व वर्षा के आसार रहेंगे, लेकिन 2 मई को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होते ही नमी बढ़ेगी और आंधी के साथ बारिश की गतिविधियों में तेजी देखने को मिलेगी।3 मई को पश्चिमी विक्षोभ के कारण राजस्थान में चक्रवातीय घेरा और बारिश में तेजी आएगी। 4 और 5 मई को भी बादल छाने के साथ आंधी वर्षा के आसार रहेंगे। वही 6 मई को हल्के बादल छाएंगे और तापमान में इजाफा होने से तेज धूप दिखाई देगी, हालांकि पारा 40 डिग्री से ऊपर नहीं जाएगा।
क्या कहता है मौसम विभाग
वर्तमान में दक्षिण पाकिस्तान व उससे लगे पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक प्रेरित हवा का चक्रवात बना हुआ है। एक पिश्चमी विक्षोभ चक्रवाती घेरे के रुप में मध्य पाकिस्तान में है। वहीं दक्षिण पश्चिमी उप्र में चक्रवाती हवाओं का घेरा बना हुआ है। इसके अलावा दक्षिणी छत्तीसगढ़ के ऊपर चक्रवाती हवाओं का घेरा बना हुआ है। एक द्रोणिका विदर्भ से लेकर दक्षिणी अंदरुनी तमिलनाडु तक गुजर रही है।एक साथ कई सिस्टमों के सक्रिय रहने से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है और बारिश-आंधी का दौर चल पड़ा है।