विधायक नारायण त्रिपाठी का CM शिवराज को पत्र, त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था पर जताई चिंता…

सतना : मध्य प्रदेश के सतना जिले के अंतर्गत आने वाले मैहर के विधायक नारायण त्रिपाठी ने त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था के संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है और मांगों का निराकरण करने की अपील की है।

विधायक का सीएम को लेटर

विधायक नारायण त्रिपाठी ने त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था की मजबूती और पंचायतों के जनप्रतिनिधियों की लंबित मांगों के निराकरण को लेकर सीएम शिवराज को यह पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा कि यह बात तो सभी जानते हैं कि भारत की आत्मा यहां के गांवों में बसती है और अगर यह समृद्ध होंगे तो ही संपन्न राष्ट्र का निर्माण किया जा सकेगा।

कमजोर है व्यवस्था की नींव

मंत्री ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था की शुरुआत गांव की आत्मनिर्भरता को बढ़ाने के लिए की गई थी लेकिन धरातल पर इसकी नींव कमजोर है, जिसके चलते अपेक्षा के अनुरूप परिणाम नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि ग्राम सभा और पंचायतों में पंच, सरपंच, उपसरपंच, जनपद सदस्य, जिला पंचायत सदस्य, जनपद और जिला पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष को पद तो दिया गया है, लेकिन उन्हें अधिकार नहीं दिए गए हैं, जो एक तरह से इस व्यवस्था की सफलता के साथ बेईमानी करना है।

मंत्री ने अपने छतरपुर दौरे के बारे में भी जिक्र किया और बताया कि वो यहां के पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मेलन में शामिल हुए थे और उनकी वास्तविक समस्याओं को नजदीक से समझने का प्रयास किया। उसी आधार पर उनका यह मानना है कि प्रदेश सरकार को त्रिस्तरीय पंचायतों की व्यवस्था से जुड़े हुए जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की संख्या में बढ़ोत्तरी करने के साथ उन्हें सशक्त बनाने के लिए कुछ अधिकार देनी चाहिए ताकि जमीनी तौर पर यह व्यवस्था मूर्त रूप ले सके। व्यवस्था का संचालन सफल होगा तो गांव अधिक सक्षम और आत्मनिर्भर बन सकेंगे।

मंत्री ने मुख्यमंत्री से यह अनुरोध किया है कि पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों की जो मांग है उन पर संज्ञान लेते हुए विचार कर वास्तविक रूप से उन्हें अधिकार संपन्न बनाएं, ताकि आत्मनिर्भर गांव और भारत का सपना साकार हो सके।

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