केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का दावा, कर्नाटक में फिर BJP की सरकार बनेगी…

ग्वालियर : इस समय देश की निगाहें कर्नाटक चुनावों पर टिकी हुई हैं, बुधवार को सभी 224 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ, इस चुनाव में 72.67 प्रतिशत वोट डाले गए, मतदान के बाद एक्जिट पोल के नतीजे सामने आये जिसने कांग्रेस में जोश भर दिया और भाजपा के खेमे में निराशा भर दी, हालांकि भाजपा के नेता दावा कर रहे हैं कि कर्नाटक में एक बार फिर उनकी सरकार आयेगी।

सिंधिया ने किया कर्नाटक में BJP की जीत का दावा 

ग्वालियर पहुंचे केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुये एग्जिट पोल के नतीजों को दरकिनार करते हुए भाजपा की जीत का दावा किया। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे भले ही शनिवार को आएंगे लेकिन सिंधिया ने गुरुवार को ग्वालियर में दावा किया कि कर्नाटक में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी अपनी सरकार बनाने में कामयाब होगी ।

सिंधिया बोले – एग्जिट पोल कुछ नहीं, जनता का पोल महत्वपूर्ण 

एग्जिट पोल के नतीजों पर सिंधिया ने कहा कि एंट्री पोल और एग्जिट पोल का कोई मतलब नहीं रह जाता है जब जनता खुद चुनाव करती है। जनता का पोल सबसे बड़ा है। उन्हें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि कर्नाटक में भाजपा अपनी सरकार बनाने में कामयाब होगी।

एग्जिट पोल के नतीजे हैं कांग्रेस के पक्ष में 

उल्लेखनीय है कि ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजों में कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनती दिखाई दे रही है। इससे कांग्रेस पूरे जोश में है लेकिन भाजपा के नेता भी कम उत्साह में नहीं हैं, उन्हें मतदाता पर विश्वास हैं। आपको बता दें कि अंतिम समय में पूरा चुनाव बजरंग दल पर शिफ्ट हो गया था, अब देखना ये है कि कांग्रेस द्वारा बजरंग दल पर बैन लगाने का वादा चुनावों पर क्या असर डालता है?

कांग्रेस विधायक पाठक के पत्र से जुड़े सवाल को किया अनसुना 

मीडिया ने जब सिंधिया से ग्वालियर दक्षिण के कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक द्वारा उन्हें लिखे गए एक पत्र के बारे में सवाल किया तो वे उसे अनसुना करते हुए वहां से निकल गए। बता दें कि प्रवीण पाठक ने जय विलास पैलेस परिसर में कई दशकों से संचालित सरस्वती शिशु मंदिर को खाली कराए जाने के आदेश पर पुनर्विचार करने की अपील सिंधिया से की है। उन्होंने सिंधिया को लिखे पत्र में कहा है कि वे खुद भी इस विद्यालय के छात्र रहे हैं और सरस्वती शिशु मंदिर एक तरह से ज्ञानपीठ है। यहाँ सैकड़ों बच्चे पढ़ते हैं जिन्हें अच्छी शिक्षा और अच्छे संस्कार दिए जाते हैं,  इसलिए सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल को जय विलास पैलेस के द्वारा खाली नहीं कराया जाए।

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