भोपाल : भोपाल में शिक्षक भर्ती को लेकर महिला अभ्यर्थियों का लोक शिक्षण संचालनालय में धरना जारी है। 8 मई से ये धरने पर बैठी हैं और इनकी मांग है कि 2018 की अधूरी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाए। गुरुवार को इनसे मिलने के लिए पूर्व मंत्री पीसी शर्मा पहुंचे और उन्होने विभाग के अधिकारियों से इनकी मांगों को लेकर चर्चा की।
इन महिलाओं का कहना है कि 30 मार्च को नियुक्ति आदेश आने के बाद से लगातार चयनित शिक्षक सड़कों पर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। इससे पहले ये चार बार नीलम पार्क में भी प्रदर्शन कर चुके हैं और अब डीपीआई के बाहर धरने पर बैठे हैं, लेकिन अब तक इनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है। ये अभ्यर्थी 8 तारीख से डीपीआई में प्रदर्शन कर रही हैं और अपने बच्चों के साथ इन्होने सड़क पर रात भी गुजारी है। महिला पात्र अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक इनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी, ये डटी रहेंगी।
इतने दिनों में शासन, प्रशासन, विभाग के अधिकारियों में से किसी ने इन अभ्यर्थियों की कोई सुध नहीं ली। आज कांग्रेस नेता पीसी शर्मा इनसे मिलने डीपीआई पहुंचे तथा वो विभाग के अधिकारियों से भी मिले। उन्होने अधिकारियों से अभ्यर्थियों की समस्याओं का निराकरण करने के लिए कहा। बता दें कि इनकी एक ही मांग है कि प्रथम काउंसलिंग के रिक्त पदों पर पदवृद्धि के साथ तृतीय काउंसलिंग का रोस्टर जारी करें। इन पदों में ईडब्ल्यूएस वर्ग के 848 पद व अन्य वर्गों 5945 पद रिक्त हैं जिन्हें नियमानुसार द्वितीय काउंसलिंग में जोड़ा नही गया हैं, जबकि जनजातीय कार्य विभाग ने प्रथम काउंसलिंग के रिक्त पदों को द्वितीय काउंसलिंग में जोड़कर चरणबद्ध तरीके से भर्ती पूरी की है। इनका कहना है कि एक ही राज्य में विभाग द्वारा अलग-अलग नियम चलाए जा रहे हैं। इन्होने इन पदों पर भी चयन सूची जारी करने की मांग की है। इस मौके पर भारतीय ईडब्ल्यूएस संघ के अध्यक्ष धीरज तिवारी, रचना व्यास, रक्षा जैन व अन्य पात्र अभ्यर्थियों ने पीसी शर्मा से सामने अपनी बात रखी।