MP : जिसकी खा रहे, उसी में छेद कर रहे… ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराने वाले बीजेपी सांसद ने खोला मोर्चा…

भोपाल : केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और गुना से बीजेपी सांसद केपी यादव मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर खुलकर आमने-सामने आ गए हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में गुना से सिंधिया को हराने वाले यादव एमपी विधानसभा चुनाव से पहले खुलकर बोलने लगे हैं। केपी यादव ने ग्वालियर-शिवपुरी जिले में सिंधिया समर्थकों की तरफ से आयोजित बैठकों में आमंत्रित नहीं करने पर निराशा जताई है। शिवपुरी जिले में यादव समुदाय की एक बैठक में आमंत्रित नहीं किए जाने से नाराज केपी यादव ने कहा कि मुझे अपने ही समुदाय की बैठक में नहीं बुलाया गया था।

उन्होंने कहा कि पहली बार मुझे आमंत्रित नहीं किया गया या बैठक के बारे में सूचित नहीं किया गया। उन्होंने बुधवार को भोपाल में मीडिया से कहा कि यह मेरे खिलाफ साजिश लगती है, इसलिए मुझे बैठक के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था। यादव की यह टिप्पणी सिंधिया के उस बयान के बाद आई है, जब शिवपुरी जिले में स्थानीय लोगों (ग्वालियर, शिवपुरी) की एक सभा को संबोधित किया था। इसमें वह माफी मांग रहे थे।

घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने बताया कि सिंधिया ने अलग-अलग समुदायों की दो सभाओं- केवट, माझी, यादव, वैश्य और कुछ अन्य को संबोधित किया। 22 मई को शिवपुरी में वस्या समुदाय की एक सभा को संबोधित करते हुए सिंधिया ने हाथ जोड़कर लोगों से माफी मांगी और कहा, ‘पूर्व में जो भी गलतियां हुई हैं, उनके लिए मैं माफी मांगता हूं। कृपया मुझे क्षमा करें।’

यादव ने बुधवार को कहा कि व्यक्तिगत मतभेदों को दूर रखने की जरूरत है और उन्हें आमंत्रित किया जाना चाहिए था क्योंकि वह क्षेत्र के निर्वाचित प्रतिनिधि हैं। यादव ने कहा, ‘इन चीजों से समाज में गलत संदेश जाता है। हमें एकजुट होने की जरूरत है। मैं घटनाक्रम से निराश हूं।’ हालांकि सिंधिया और यादव के बीच अनबन पहली बार सामने नहीं आई है, ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है।

केपी यादव ने पहले आरोप लगाया था कि उन्हें सिंधिया की बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया था। बाद में प्रदेश बीजेपी नेतृत्व ने इन दोनों नेताओं के बीच के मतभेद को पाटने की कोशिश की, ताकि यह संदेश दिया जा सके कि अब चीजें ठीक हैं।

इस बीच, मध्यप्रदेश कांग्रेस ने बुधवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें यादव को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘कुछ लोग समस्या पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें फिर से मेरे खिलाफ चुनाव लड़ना चाहिए था और फिर यह दिखाता कि वह (सिंधिया) कैसे लोकप्रिय हैं।’

सोशल मीडिया पर एक और वीडियो केपी यादव का वायरल हो रहा है। उसमें वह कह रहे हैं कि भीड़ में कुछ मुर्ख लोग होते हैं, उन्हें लगता है कि वह सबसे बुद्धिमान हैं। ये लोग जिसकी खा रहे हैं, उसी में छेद कर रहे हैं। ये सब समझ से परे हैं। भाई जिस पार्टी में तुम हो, उसी के खिलाफ तुम ऐसी बात कर रहे हैं। दम है तो फिर से चुनाव लड़ें और जीतकर दिखाएं।

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