भोपाल : गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस ऊहापोह में है, किंकर्तव्यविमूढ़ है और वहां अफरातफरी का माहौल है। उन्होने कहा कि विधानसभा का सदन चर्चा के लिए मिला है तो वहां हंगामा करने लगते है और सड़क हो हल्ला के लिए है वहां ये चर्चा करने लगते हैं। उन्होने एक बार फिर विधानसभा के मानसून सत्र में सदन की कार्यवाही स्थगित होने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया।
मध्यप्रदेश में 15वीं विधानसभा का अंतिम सत्र 5 दिन की बजाय 2 दिन में ही खत्म हो गया था। दूसरे दिन भी कुछ घंटों में ही हंगामे के बाद इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। इस मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही एक दूसरे पर आरोप जड़ रही हैं। एक बार फिर नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि ‘चर्चा के लिए फ्लोर मिला है। दूसरे दिन का साक्षी पूरा मीडिया है और सदन की कार्यवाही जो लिखित में होती है वो भी साक्षी है। कोई एक भी व्यक्ति नहीं था कांग्रेस में जिसने चर्चा के लिए कहा हो। सीधा हो हल्ला शुरु कर देते हैं। हंगामा शुरु कर देते हैं। सदन चर्चा के लिए मिला है वहां हो हल्ला करते हैं, सड़क हो हल्ला के लिए है वहां चर्चा शुर कर देते हैं कांग्रेस के लोग।’ उन्होने कहा कि पता नहीं कांग्रेस किस परंपरा के अनुसार चल रही है। कांग्रेस में अफरातफरी का माहौल है और वो किंकर्तव्यविमूढ़ है।
बता दें कि विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद कमलनाथ ने कहा था कि सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार ही नहीं और महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर सदन में बहस करने का सरकार में नैतिक साहस नहीं है। इसी के साथ उन्होने आरोप लगाया था कि सरकार ने प्रायोजित तरीक़े से कुछ ही घंटों में सदन के इस आख़िरी सत्र का समापन कर संविधानिक मूल्यों का मखौल उड़ाया है। उन्होने कहा कि हम सड़कों पर इनके विरुद्ध संघर्ष करेंगे। लेकिन एक बार फिर इस मुद्दे पर गृहमंत्री ने कांग्रेस को घेरा है और सदन न चलने देने के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया है।