सतना : मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस तैयारियों में जुटी है। सतना जिले के नागौद विधानसभा क्षेत्र में गुरुवार को पूर्व मंत्री जीतू पटवारी मीटिंग ले रहे थे। जीतू पटवारी के सामने ही टिकट को लेकर महिला नेत्रियों ने तेवर दिखाए तो वहां माहौल गरम हो गया। महिला नेत्रियों ने पार्टी छोड़ने की धमकी दी। इस दौरान मंच के नीचे बैठे कुछ कार्यकर्ता भी गरम हो गए। एक बुजुर्ग कार्यकर्ता गुस्से में मंच की तरफ बढ़ने लगा। इस दौरान कुछ लोगों ने उन्हें संभाला।
दरअसल, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष रश्मि सिंह और जिला पंचायत सदस्य संध्या कुशवाहा ने टिकट न मिलने पर मंच से पार्टी छोड़ने की धमकी दी है। दोनों नेत्रियों का आरोप है कि नागौद सीट पर 25 सालों से एक ही व्यक्ति को टिकट देकर कांग्रेस संगठन और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ अपराध किया जा रहा है। फिर से उसी व्यक्ति को टिकट दी गई तो पराजय सुनिश्चित है। रश्मि सिंह, संध्या कुशवाहा और यादवेंद्र सिंह के समर्थकों के बीच हुई तीखी बहस भी हुई है। वहीं, जिला पंचायत सदस्य संध्या कुशवाहा रोते हुए कार्यक्रम छोड़कर चली गईं।
नेत्रियों के विरोध पर मंच के नीचे बैठे कुछ कार्यकर्ताओं ने भी हंगामा शुरू कर दिया। एक बुजुर्ग कार्यकर्ता तमताए हुए मंच की तरफ बढ़ने लगा। इसके बाद कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोका। वहीं, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी मंच पर बैठकर सबकी बातें सुन रहें थे। साथ ही उन्हें समझाने की कोशिश में जुटे थे। मीटिंग के दौरान बीच-बीच में कांग्रेस नेताओं का गुस्सा उबाल पर आ रहा था।
कांग्रेस की होगी शर्मनाक हार
पंचायत सदस्य संध्या कुशवाहा ने मंच से कहा कि अगर उम्मीदवार को यहां दोहराया गया तो नागौद में कांग्रेस की शर्मनाक हार होगी। विंध्य इलाके में 30 सीटें है और इनमें सात सतना में हैं। कांग्रेस हमेशा से 50 फीसदी महिला आरक्षण के पक्ष में रही है। नागौद में एक ही व्यक्ति को 25 साल से मौका मिल रहा है। वहीं, दूसरी नेत्री रश्मि सिंह ने भी संध्या की बातों का समर्थन किया है। अब देखना होगा कि कांग्रेस नेतृत्व इस पर क्या फैसला करती है।
वहीं, जीतू पटवारी ने मंच से बयान दिया कि वर्ष 2018 के चुनाव में अगर राहुल भइया विधानसभा चुनाव जीते होते तो मप्र में कांग्रेस की सरकार कभी नहीं गिरती।