नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बेंगलुरु में हो रही विपक्ष की बैठक पर निशाना साधा है। उन्होंने पोर्ट ब्लेयर में वीर सावरकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन के उद्घाटन समारोह में बेंगलुरु की इस बैठक को भ्रष्टाचारियों का सम्मेलन बताया है। इतना ही नहीं उन्होंने निशाना साधते हुए कहा है कि आजादी के 75 साल मैं हमारा देश कहां से कहां पहुंच सकता था। लेकिन इतने सालों में भारतीयों के साथ भ्रष्टाचारियों और परिवारवादी पार्टियों ने खूब अन्याय किया।
वैसे तो हम भारतीयों के सामर्थ्य में कभी कोई कमी नहीं रही। लेकिन सामान्य भारतीयों के इस सामर्थ्य के साथ खूब अन्याय किया गया। इसी पर वार करते हुए पीएम मोदी ने एक कविता की कुछ पंक्तियां बोली, उन्होंने कहा कि गाइत कुछ है, हाल कुछ है, लेबिल कुछ है, माल कुछ है। ये 24 के लिए 26 होने वाले राजनीतिक दलों पर बिल्कुल सटीक लाइन है। ये लोग असीमित भ्रष्टाचार करते हैं। ये लोग आजकल बेंगलुरु में जुटे हैं।
इनके लिए देश के गरीबों के बच्चों का विकास नहीं बल्कि अपने बच्चों और भाई-भतीजों का विकास मायने रखता है। इनकी एक ही विचारधारा और एजेंडा है – अपना परिवार बचाओ, परिवार के लिए भ्रष्टाचार बढ़ाओ। इसी पर पीएम मोदी ने लोकतंत्र के लिए कहा जाता है – Of the People, By the People, For the People, लेकिन इन परिवारवादियों का मंत्र है उन्होंने बताया Of the Family, By the Family, For the Family.
विपक्ष की बैंगलोर बैठक को लेकर पीएम मोदी ने एक और खास बात बताते हुए कहा कि अगर कोई करोड़ों के घोटाले में जमानत पर है तो उसे बहुत सम्मान की नजर से देखा जाता है। अगर पुरा का पुरा परिवार ही जमानत पर है तो उसकी और ज्यादा खातिरदारी होती है। अगर किसी दल का वर्तमान मंत्री जेल जाता है तो विशेष तौर पर आमंत्रित किया जाता है। अगर कोई किसी समाज का अपमान करता है और अदालत से सजा पाता है तो उसकी बड़ी आव-भगत होती है। अगर कोई अदालत से करोड़ों के घोटाले में दोषी पाया गया है तो बैठक में सम्मिलित होने की उसकी क्वालिफिकेशन बढ़ जाती है।
PM मोदी कहा एक चेहरे पर कई चेहरे लगाते हैं लोग
पीएम मोदी ने तंज कसते हुए कहा कि एक चेहरे पर लोग कई चेहरे लगाते हैं। लोग जानते हैं कि पूरे फ्रेम में भ्रष्टाचारी हैं। ये कट्टर भ्रष्टाचारियों का सम्मेलन है। जमानत पर कुछ लोगों को सम्मान से देख रहे हैं, जिसका पूरा परिवार ही जमानत पर है तो उसे ज्यादा सम्मान मिल रहे हैं। ये लोग गा कुछ रहे हैं, हाल कुछ है, इन्होंने लेबल कुछ लगा रखा है और माल कुछ है। अपनी सरकार की तारीफ करते हुए पीएम मोदी बोले यह हमारी ही सरकार है, जिसने रॉस आइलैंड को नेताजी सुभाष का नाम दिया।
इतना ही नहीं हेवलॉक और नील आइलैंड को स्वराज और शहीद आइलैंड का नाम दिया है। मेरा सौभाग्य है साल 2018 में मैंने अंडमान तिरंगा लहराया। यहां पहले नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने झंडा फहराया था। पिछली सरकार ने तो सिर्फ वादे किए है वो भी पुरे नहीं किए। हमारी सरकार ने अंडमान निकोबार के विकास के लिए 9 वर्षों में करीब 48 हजार करोड़ रुपये का बजट दिया गया है। पिछली सरकार ने सिर्फ 23,000 करोड़ रुपये का बजट अलॉट किया गया था।