जयपुर : राजस्थान में 28 जुलाई को नागौर जिले के खींवसर में प्रस्तावित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली स्थगित हो चुकी है। इसके बाद रैली का नया शेड्यूल सामने आया है। केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने जानकारी दी कि पीएम मोदी की रैली अब 27 जुलाई को सीकर में होगी। इस सभा में पीएम मोदी किसान सम्मान निधि की राशि देश के 9 करोड़ किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर करेंगे। सीकर में रैली को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। इसके लिए शीघ्र ही केन्द्रीय मंत्रियों सहित पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी सीकर दौरे पर पहुंचेंगे। नागौर की रैली को स्थगित करने और सीकर को चुनने के पीछे राजनीतिक गलियारों के कई चर्चाएं चल रही हैं।

नागौर में विरोध की सुगबुगाहट और किसान वोट बैंक
सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी की नागौर रैली को लेकर तैयारियों शुरू होते ही स्थानीय सांसद हनुमान बेनीवाल के समर्थकों की ओर से विरोध की सुगबुगाहट सामने आई। केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी के नागौर दौरे के बाद खींवसर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रस्तावित सभा स्थगित कर दी गई। केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी के मुताबिक खींवसर की रैली अब 16 अगस्त को तय की गई है। इस दिन खरनाल में वीर तेजाजी की जन्मस्थली पर पीएम मोदी बड़ी सभा को संबोधित करेंगे। पिछले दिनों केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी जब खींवसर गए थे तब स्थानीय लोगों ने काले झंडे दिखाकर विरोध जताया था। सियासी गलियारों में चर्चा है कि किसानों के वोट बैंक को लेकर आरएलपी ने आक्रामक रुख अनाए हुए हैं। इस वोट बैंक को लेकर कांग्रेस भी महासम्मेलन कर चुकी है। अब देखना है कि पीएम मोदी के किसानों को लेकर कार्यक्रम में कितनी भीड़ जुटती है।
किसानों की भीड़ तय करेगी माहौल
यूं तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछले 9 महीने में बार प्रदेश के दौरे पर आ चुके हैं लेकिन सीकर में होने वाली सभा में खासतौर पर किसानों के लिए है। उस दिन देश के 9 करोड़ किसानों के बैंक खातों में किसान सम्मान निधि की राशि ट्रांसफर की जाएगी। पीएम मोदी की यह रैली काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि दो साल पहले जब केन्द्र सरकार ने तीन कृषि कानून बनाए थे तब शेखावाटी के किसानों में भी केन्द्र सरकार का भारी विरोध किया था। अब पीएम मोदी किसानों के बीच आ रहे हैं। किसानों की भीड़ अब आगे के माहौल तय करेगी। इसके साथ ही शेखावाटी और मारवाड़ के किसान वोट बैंक का मोदी की ओर झुकाव की अटकलें भी सामने आएंगी।
एतिहासिक भीड़ जुटना तय
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा में भारी भीड़ जुटना तय है। पिछले दिनों 30 मई को अजमेर में हुई सभा में भी भारी भीड़ जुटी थी। प्रदेश के लगभग सभी जिलों से बसों के जरिए लोग रैली में शामिल होने अजमेर पहुंचे थे। बड़ी संख्या में महिलाएं भी रैली में शामिल हुई थी। राजस्थान में यह चुनावी साल चल रहा है। लिहाजा पार्टी इस सभा को ऐतिहासिक बनाने की पूरी कोशिश करेगी।