ग्वालियर : मध्य प्रदेश में चुनाव की बिसात बिछ चुकी है, भाजपा ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर सियासी माहौल को गरमा दिया है। दावे, वादे, आरोप, प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है, इस बीच केंद्रीय मंत्री एवं मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है , उन्होंने कांग्रेस डर्टी पॉलिटिक्स करने का आरोप लगाया है, उन्होंने कांग्रेस को सलाह दी कि वो ये सब करने की जगह 2003 से पहले की दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार और 2014 से पहले की मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार की उपलब्धियां गिनाये , उन्होंने दावा किया कि प्रदेश की जनता कांग्रेस की बातों से गुमराह नहीं होने वाली है।
ग्वालियर में कल रविवार 20 अगस्त को आयोजित होने वाली प्रदेश कार्य समिति की बैठक से पूर्व आज नरेंद्र सिंह तोमर ने मीडिया से बात की, बात करते समय केंद्रीय मंत्री तोमर ने बहुत कांफिडेंस और हंसी मजाक के साथ पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए, उन्होंने ना सिर्फ अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई बल्कि कांग्रेस पर भी निशाना साधा।
मप्र में चेहरे की बात पर तोमर ने कहा मप्र में भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान हैं, ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं , कैलाश विजयवर्गीय हैं हम सब मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं ये सत्य है, उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष बदलने , सीएम बदलने की की चर्चा भी आप लोगों के बीच थी हम लोगों के बीच नहीं थी। गृह मंत्री अमित शाह द्वारा प्रत्याशियों को प्रशिक्षण दिए जाने की बात पर उन्होंने कहा कि कल बैठक में 39 घोषित प्रत्याशियों को भी बुलाया गया है, आगे की बातें कार्यसमिति में होंगी।
नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह द्वारा मुख्य सचिव इक़बाल सिंह बैंस के विरुद्ध लिखी चिट्ठी के सवाल पर तोमर ने कहा कि मुझे नहीं पता उन्होंने क्या चिट्ठी लिखी है इस पर चुनाव आयोग जवाब देगा या फिर मप्र सरकार का कोई प्रतिनिध इजवाब दगा जिस एजनकारी है लेकिन मैं तो गोविंद सिंह जी को ये कहना चाहता हूँ कि इधर उधर की बातें करने की वे अपनी सरका की उपलब्धियों की चर्चा करने तो ठीक रहेगा।
प्रदेश कार्यसमिति की अंतिम बैठक के लिए ग्वालियर के चयन के सवाल पर चुनाव् प्रबंधन समिति संयोजक केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि ग्वालियर ऐतिहासिक नगरी है, गालव ऋषि की तपोभूमि है, संगीत सम्राट तानसेन की जन्म स्थली है, कुशाभाऊ ठाकरे की अध्ययन स्थली है, अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म भूमि है, अध्ययन भूमि है, पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने ग्वालियर में ही एकात्म मानववाद के पहले पथ का प्रतिपादन किया था, ग्वालियर ने ही देश को जनसंघ का पहला मेयर दिया, जनसंघ का पहला कार्यालय भी ग्वालियर में ही बना यहाँ तो हमारा नरा गड़ा है।
मध्य प्रदेश में इस बार टिकट वितरण में कितने मंत्रियों और विधायकों का टिकट कटेगा इस सवाल के जवाब को चुनाव प्रबंधन समिति संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर ने हास परिहास कर टाल दिया। उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब ने कहा कि नारों पर मत जाओ, नेताओं के बयानों पर मत जाओ उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे व्यापम घोटाला हुआ सरकार भाजपा की है , आप तो वो पॉइंट बताओ कि भाजपा को ये कार्रवाई करनी थी और वो नहीं की।
रणदीप सुरजेवाला द्वारा जनता को राक्षस कहने और फिर उसके बाद उन्हें मध्य प्रदेश की जिम्मेदारी दिए जाने वाले बयान पर नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कांग्रेस अब डर्टी पॉलिटिक्स पर उतर आई है, उनके प्रवक्ता का बयान निंदनीय है ये कांग्रेस की राक्षसी प्रवत्ति का परिचायक है।
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कांग्रेस का पास ना विषय है ना मुद्दा है , आज कांग्रेस विषय विहीन, मुद्दा विहीन और नेतृत्व विहीन हो गई है, वे असत्य आरोप लगाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है लेकिन उनके मंसूबे पूरे नहीं होंगे, कांग्रेस अपनी उपलब्धि बताये , 2003 से पहले वाली दिग्विजय सिंह की सरकार की उपलाब्दी, 2014 से पहले वाली मनमोहन सिंह सरकार की उपलब्धि बताये, 15 महीने की सरकार की उपलब्धि बताये और फिर जनता के बीच जाये।
तोमर ने कहा कि हमारी सरकार ने पीएम आवासयोजना,. उज्ज्वल योजना, आयुष्मान भारत योजना जैसे कई गरीब कल्याणकारी योजनायें दी आप केवल ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल के 6-7 महीने का रिकोर्ड ही केवल देख लें इसमें आयुष्मान भारत योजना के तहत 100 करोड़ रुपये का मुफ्त इलाज हुआ है। ये है हमारी सरकार, हम कांग्रेस की तरह डर्टी पॉलिटिक्स नहीं करते जनता के लिए काम करते हैं।
नरेंद सिंह तोमर परिवार वाद पर भी हमला बोला, उन्होंने कहा कि आपको समझना होगा कि परिवारवाद होता है? जिस पार्टी में परिवार के अलावा किसी को स्थान नहीं वो है परिवारवाद, जैसे अध्यक्ष पिता, महामंत्री पत्नी, उपाध्यक्ष बेटा, मंत्री बेटी, कोषाध्यक्ष साला ये होता है परिवारवाद , लेकिन यदि किसी नेता का बेटा बेटी पार्टी के कार्यकर्ता हैं और उनके परिवार का सदस्य किसी पद पर नहीं है तो उसे टिकट मिलना चाहिए ये कोई गलत बात नहीं है।
केंद्रीय मंत्री तोमर ने दावा किया कि मध्य प्रदेश में 2023 में भाजपा की ही सरकार आयेगी उन्होंने टिकट की पहली लिस्ट के बाद पार्टी में असंतोष और नाराजगी के सवाल पर कहा कि ये हमारे घर का मामला है इसे सुलझा लेंगे वैसे कहीं असंतोष और नाराजगी जैसी बात नहीं है।