चार राज्यों के उपचुनावों में मिली बीजेपी को करारी शिकस्त, अब नहीं चलेगी बीजेपी की दादागिरी

चार राज्यों में हुए हालिया उपचुनावों के नतीजे सामने आ गए हैं। उपचुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। भगवा पार्टी के खाते में एक भी सीट नहीं आ सकी। सभी सीटों पर विपक्षी दलों ने कब्जा जमा लिया है। महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में जहां कांग्रेस ने बड़ी जीत दर्ज की, वहीं बिहार में आरजेडी ने बाजी मारी। पश्चिम बंगाल की भी दोनों सीटों पर टीएमसी की जीत हुई।

महाराष्ट्र के कोल्हापुर नॉर्थ सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार जयश्री जाधव ‌ने BJP के सत्यजीत कदम को करीब 19,000 वोटों से करारी शिकस्त दी है। कोल्हापुर जितने के लिए बीजेपी ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था। लेकिन महाविकास अघाड़ी की ओर से मैदान में उतरी कांग्रेस उम्मीदवार को भगवा पार्टी नहीं हरा सकी।

उधर छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ में भी यही स्थिति देखने को मिली है। यहां कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा ने बीजेपी प्रत्याशी कोमल जंघेल को रिकार्ड 20 हजार मतों के अंतर से शिकस्त दी है। इस जीत के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता भूपेश बघेल का मुखौटा लगाकर जीत का जश्न मना रहे हैं। खैरागढ़ के लोगों में इसलिए भी खुशी है कि सीएम भूपेश बघेल के वादे के मुताबिक कल खैरागढ़ जिला घोषित हो जाएगा।

बता दें कि खैरागढ़ 15 साल तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह के जिले में आती है। साल 2018 में कांग्रेस यहां तीसरे स्थान पर रही थी। इस बार चुनाव प्रचार के लिए बीजेपी ने केंद्रीय मंत्रियों और दूसरे प्रदेश के मुख्यमंत्रियों तक को खैरागढ़ भेजा था। लेकिन लोगों ने भूपेश बघेल सरकार पर भरोसा जताते हुए इस बार कांग्रेस को चुना।

 बिहार की बोचहां सीट से लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार अमर पासवान ने जीत हासिल कर ली है। उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार को 36 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से शिकस्त दिया। यहां आरजेडी उम्मीदवार को 82 हजार 116 वोट मिले जबकि बीजेपी कैंडिडेट को महज 45,353 वोटों से संतोष करना पड़ा। यहां वीआईपी 29,671 वोट लेकर आई। 

वहीं, बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने इतिहास रच दिया है।आसनशोल से टीएमसी कैंडिडेट शत्रुघ्न सिन्हा लगभग 2 लाख वोटों के मार्जिन से चुनाव जीत गए। टीएमसी ने इस सीट से कभी जीत हासिल नहीं की थी, इसलिए ये जीत काफी खास मायने रखती है। वहीं बालीगंज विधानसभा सीट से बीजेपी छोड़कर टीएमसी आए पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भी जीत हासिल कर ली है।