निर्माता-निर्देशक रमेश सिप्पी की फिल्म ‘शोले’ का हर किरदार अपने आप में एक इतिहास बन चूका है। इनमें से हर किरदार के पीछे कई दिलचस्प किस्से भी जुड़े हुए है। जिस समय फिल्म की घोषणा हुई उस समय इंडस्ट्री का हर बड़ा स्टार गब्बर के किरदार को निभाना चाहता था। मगर इस किरदार की वजह से धर्मेंद्र को कैसे ब्लैकमेल किया गया
आखिरकार जब गब्बर सिंह के रोल के लिए अमजद खान का नाम फाइनल किया गया, तो लोगों की नज़र ठाकुर के किरदार पर गयी। रमेश सिप्पी ने ठाकुर के किरदार के लिए पहले दिलीप कुमार को चुना था। मगर दिलीप साहब ने इस किरदार के लिए मना कर दिया। जिसके चलते ठाकुर का ये किरदार संजीव कुमार को दे दिया गया।
बॉलीवुड के हीमैन कहे जाने वाले सुपरस्टार धर्मेंद्र इस बात के लिए अड़ गए और कहा कि अगर वो इस फिल्म में काम करेंगे तो सिर्फ और सिर्फ ठाकुर का किरदार निभाएंगे और अगर रमेश सिप्पी चाहे तो वो उनकी जगह किसी और से फिल्म में काम करा लें।
धर्मेंद्र उन दिनों बड़े स्टार थे और रमेश सिप्पी से उनके रिश्ते भी काफी अच्छे थे। इसीलिए धर्मेंद्र को ना कहना सिप्पी साहब के लिए आसान नहीं था। रमेश सिप्पी अपनी फिल्म के किरदारों के लिए किसी भी तरह का समझौता भी नहीं करना चाहते थे।
बहुत सोचने के बाद रमेश सिप्पी ने ऐसा रास्ता निकाला कि धर्मेंद्र के होश ही उड़ गए। धर्मेंद्र की जिद को देखते हुए रमेश सिप्पी ने तय किया कि अगर धरम पाजी ठाकुर का किरदार निभाना चाहते है तो बेशक निभाए, मगर ऐसी स्थिति में संजीव कुमार, वीरू का किरदार निभाएंगे।
बसंती के किरदार के लिए पहले ही हेमा मालिनी को कास्ट किया जा चूका था। संजीव कुमार और हेमा मालिनी का रिश्ता टूट चूका था और अपने धरम पाजी, हेमा पर दिलों जान से फ़िदा थे। धर्मेंद्र को ये डर था कि अगर संजीव कुमार और हेमा मालिनी फिर से एक साथ रहे तो कहीं इश्क की बुझी हुई चिंगारियां फिर से ना भड़क उठे और बसंती हाथ से ना निकल जाए। इसी डर से धर्मेंद्र ने वीरू का किरदार निभाने के लिए हां कर दी और इस तरह पाजी हेमा और संजीव कुमार को दूर रखने में सफल रहे।
इस पूरी फिल्म में हेमा मालिनी और संजीव कुमार ने एक साथ कोई भी सीन नहीं किया था। ये वही फिल्म थी जिसकी वजह से हेमा मालिनी और धर्मेंद्र एक दूसरे के और करीब आ गए और फिल्म रिलीज़ के कुछ समय बाद ही दोनों ने शादी भी कर ली।