मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में साध्वी ऋतंभरा द्वारा संचालित एक आवासीय आश्रम में पढ़ने वाली 6 लड़कियां बुधवार को नहर में डूब गईं। इनमें से चार की डूबकर मौत हो गई। स्थानीय पुलिस ने यह जानकारी दी है। सभी लड़कियां 10 से 11 वर्ष की आयु वर्ग की थीं और वे सभी पांचवीं कक्षा की छात्राएं थीं। परिजनों का दावा है कि आश्रम में बाथरूम नहीं होने के कारण छात्राओं को नहाने के लिए नहर पर जाना पड़ता था।
घटना मांधाता (ओंकारेश्वर) थाना क्षेत्र के कोठी गांव की हैं। मांधाता थाना प्रभारी बलराम सिंह ने बताया कि लड़कियां नहाने के लिए नहर में गई थीं, तभी उनमें से एक डूबने लगी और अन्य लड़कियों ने उसे बचाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि हालांकि वे सभी डूब गईं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान वैशाली, प्रतिज्ञा, दिव्यांशी और अंजना के रूप में हुई है जो खरगोन जिले के रहने वाली थीं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बयान में छात्राओं की मौत पर शोक व्यक्त किया। मृतक लड़कियों परिजनों का कहना है कि आश्रम में नहाने के लिए बाथरुम की समुचित व्यवस्था नहीं है। आश्रम के बाथरूम टूट चुके हैं। इसी वजह से कुल 11 लड़कियां नहाने के लिए नहर के किनारे गईं थीं। एक परिजन धर्म सिंह ने कहा कि आश्रम में बाथरूम की सुविधा अच्छी नहीं होने की वजह से 11 लड़कियां नहर में नहाने गई थीं। 6 लड़कियां नहर में डूब गई थीं। इनमें से 2 लड़कियों को बचा लिया गया जबकि 4 अन्य लड़कियां डूब गईं।
बता दें कि ओंकारेश्वर क्षेत्र स्थित ग्राम कोठी में साध्वी ऋतंभरा ने संविद गुरुकुलम आश्रम खोल रखा है। आश्रम के बीच में से ही ओंकारेश्वर डैम की बड़ी नहर गुजरती है। नहर किनारे छोटे छोटे घाट बने हुए हैं। इन्हीं घाटों में से एक घाट आश्रम से बिल्कुल सटकर बना हुआ है जहां लड़कियां नहाती थीं। बहरहाल, पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। आश्रम प्रशासन पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।