भोपाल : अक्टूबर से पहले एक बार फिर मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। बंगाल की खाड़ी में मानसूनी सिस्टम बनने की संभावनाओं के चलते सितंबर अंत कर बारिश का एक और दौर आ सकता है।एमपी मौसम विभाग की मानें तो 27 सितंबर से 29 सितंबर के बीच बादल के साथ बारिश हो सकती है। नए सिस्टम का ज्यादा प्रभाव इंदौर, जबलपुर, शहडोल और रीवा संभाग में देखने को मिल सकता है, वही भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में कम असर के चलते हल्की बारिश हो सकती है।

अगले 24 घंटे में कैसा रहेगा मौसम
एमपी मौसम विभाग की मानें तो वर्तमान में प्रदेश से साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम और दो ट्रफ लाइन गुजर रही है, इसके कारण नमी आ रही है और कहीं कहीं बारिश हो रही है। अगले 24 घंटे में भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में बादल छा सकते है, कहीं बूंदाबांदी तो कहीं तेज बारिश भी हो सकती है।वही 2 दिन बाद सक्रिय होने वाले सिस्टम का असर 28 सितंबर से 2 अक्टूबर देखने को मिलेगा।इसके असर से जबलपुर और ग्वालियर में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। वही अक्टूबर के पहले सप्ताह से मानसून की विदाई शुरू होने के आसार है।
क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान
एमपी मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में मौसम तंत्र सक्रिय है। एक मानसूनी ट्रफ लाइन प्रदेश के ऊपiर से गुजर रही है। इसके अलावा 2-3 दिन बाद बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की भी संभावना है, जिसके असर से जबलपुर सहित संभाग में हलकी बारिश हो सकती है।वही इंदौर में अगले दो दिन गरज-चमक के साथ वर्षा होगी। वर्तमान में चक्रवाती हवाओं का घेरा दक्षिणी पूर्वी उत्तर प्रदेश आसापास 3.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है। वही मानसून द्रोणिका चक्रवाती हवाओं के घेरे से तेलगांना व छत्तीसगढ़ तक जा रही है। वहीं एक चक्रवाती हवाओं का घेरा दक्षिणी छत्तीसगढ़ और उसके आसपास बना हुआ है और अरब सागर से इंदौर की ओर आ रही नमी बारिश की गतिविधियां हो रही है।
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जून से सितंबर तक का बारिश का रिकॉर्ड
- मध्यप्रदेश में इस साल का बारिश का कोटा पूरा हो गया है। प्रदेश में अब तक औसत 36.94 इंच बारिश हुई है,
इस बार पूर्वी हिस्से में 4% कम और पश्चिमी हिस्से में 4% अधिक बारिश हुई है। - नरसिंहपुर में बारिश का आंकड़ा 51 इंच से अधिक है।वही सतना, अशोकनगर, रीवा और सीधी जिलों में सबसे कम बारिश हुई है।
- झाबुआ, बुरहानपुर, खरगोन, नरसिंहपुर, सिवनी, निवाड़ी, रतलाम, भिंड, उज्जैन, राजगढ़, धार, अलीराजपुर,
बड़वानी, खंडवा, कटनी, छिंदवाड़ा, देवास, श्योपुरकलां, हरदा, बैतूल और अनूपपुर जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हो चुकी है। - जबलपुर, सीहोर, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, शिवपुरी, दतिया, सागर, टीकमगढ़, नीमच, आगर-मालवा, मुरैना और शहडोल जिले में सामान्य से 90% से अधिक बारिश हो चुकी है।