भोपाल : वर्तमान में मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है और ना ही वातावरण में नमी है, जिसके चलते बारिश का दौर थम गया है। हालांकि 10 अक्टूबर के बाद प्रदेश में कहीं कहीं हल्की बारिश होने के आसार है।उधर हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पश्चिमी होने से गुलाबी ठंड का एहसास होने लगा है।
10 अक्टूबर तक विदा होगा प्रदेश से मानसून
मध्य प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार अबतक चंबल, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों से मानसून जा चुका है और अगले दो में बाकी हिस्सों से मानसून के जाने की संभावना है। पूर्वी हिस्से के जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग से 10 अक्टूबर तक मानसून विदा हो जाएगा। अगले 48 घंटों में अधिकतम तापमान में बदलाव होने की कोई संभावना नहीं है।हालांकि हवाओं का रुख बदलने की वजह से रात के तापमान में लगातार गिरावट देखी जा सकती है।
जबलपुर में बूंदाबांदी के आसार
एमपी मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र दक्षिण झारखंड और उसके आसपास बना हुआ है और तेलंगाना तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो ओडिशा और छत्तीसगढ़ से होकर जा रही है। इसके प्रभाव से अगले 24 घंटे के दौरान जबलपुर संभाग सहित आस-पास के जिलों में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है।जम्मू-कश्मीर में आए पश्चिमी विक्षोभ गुजरने के बाद फिर से हवा का रुख उत्तर-पश्चिमी हो जाएगा। इसके प्रभाव से रात के समय में पारा लुढ़केगा और ठंडक बढ़नी शुरू हो जाएगी और गुलाबी ठंडक दस्तक देगी।
क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक़, दक्षिणी झारखंड के आस-पास बने कम दबाव के क्षेत्र के असर के कारण रीवा शहडोल संभाग के ज़िलों में हल्की वर्षा हो रही थी, लेकिन अब कम दबाव का क्षेत्र अब बंगाल के आसपास पहुंच गया है। इस वजह से नमी आने का सिलसिला कम हो गया है। यही वजह है कि फ़िलहाल मध्य प्रदेश में बारिश का दौर भी लगभग थम गया है। वहीं, वातावरण में नमी कम होने के कारण बादल छंट गए हैं और आसमान साफ होने से धूप निकलने लगी है।
अबतक कहां कितनी हुई बारिश
MP में 1 जून से 1 अक्टूबर तक औसत 37.22 इंच बारिश हो चुकी है। इसमें पूर्वी हिस्से में 4% कम और पश्चिमी हिस्से में 3% अधिक पानी गिरा है। सबसे ज्यादा बारिश नरसिंहपुर में 51.75 इंच बारिश हुई है।भिंड में 141% तक बारिश हुई।इसके अलावा जबलपुर, सीहोर, रायसेन, अलीराजपुर, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, निवाड़ी, देवास, रतलाम, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल और अनूपपुर में बारिश का आंकड़ा 40 इंच या इससे अधिक रहा है।
सतना में सबसे कम 23.62 इंच और अशोकनगर में 23.81 इंच हुई, वही रीवा-सीधी में भी कम बारिश हुई है।इधर, गुना, अशोकनगर, दमोह, सतना, रीवा और सीधी रेड जोन में है।