मध्य प्रदेश की राजनीति में कांव-कांव : सिंधिया ने खुद को कहा काला कौवा, कमलनाथ ने कहा ‘काले हों या पीले, सब जानते हैं सौदा किया’

भोपाल : मध्य प्रदेश की सियासत में अब कौवे की एंट्री हो गई है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद को काला कौवा क्या कहा..कांग्रेस ने कौवे के सारे दुर्गुण खोज डाले और उसकी तुलना सिंधिया की उनसे तुलना कर दी। कमलनाथ ने कहा कि ‘वो काले हो या पीले, सब जानते हैं उन्होने क्या सौदा किया’

सिंधिया ने आखिर क्यों खुद को कहा ‘कौवा’

मध्य प्रदेश की राजनीति में पिछले 5 दिनों से चल रहा जय और वीरू एपिसोड अभी थमा भी नहीं है कि एक नए प्रसंग ने एंट्री कर ली है। दरअसल गुरुवार को पोहरी की एक जनसभा को संबोधित करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बॉबी फिल्म के मशहूर गीत ‘झूठ बोले, कौवा काटे, काले कौवे से डरियो’ का उदाहरण दे दिया। इसी के साथ उन्होने कह डाला कि ‘मैं कांग्रेस के लिए काला कौवा हूं।’ उन्होने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सत्ता में रहते ऋण माफी के फर्जी सर्टिफिकेट बंटवाए और उनके हाथ से भी बंटवा दिए। लेकिन पुरानी कहावत है कि झूठ बोले कौवा काटे..और मैं कांग्रेस के लिए काला कौवा हूं।

कमलनाथ ने दी ये प्रतिक्रिया

इस बयान के सामने आने के बाद अब मध्य प्रदेश की सियासी कांव-कांव का नया चैप्टर शुरु हो गया है। कमलनाथ ने यूं तो कहा कि मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहन है लेकिन इसी के साथ ये भी जोड़ दिया कि ‘सिंधिया जी कुछ भी कहें..सब जानते हैं, क्या सौदा किया। सब जानते हैं हमारी सरकार में क्या फायदे उठाए और इस बात की जनता गवाह है। वो काले हो या पीले हो मुझे इस बात का जवाब नहीं देना है।’

केके मिश्रा ने गिनाए कौवे के दुर्गुण

वहीं सिंधिया का यह बयान सामने आने के बाद कांग्रेस के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने एक ट्वीट किया और सिंधिया के इस बयान से सहमति जताते हुए कौवे के ढेरों दुर्गुण गिना दिए। उन्होने एक्स पर लखा है कि “बिकाऊओं के आका ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सच कबूला…! कहा – *मैं कांग्रेस के लिए काला कौआ* कौआ की विशेषता…(1) कौआ श्राद्ध में खीर पूड़ी खाने के लिए दर-दर हर छतों पर भटकता है! जैसे आप….?(2) कौआ गंदगी पर जाकर बैठता है! जैसे आप….?  (3) कौआ काणा होता है क्योंकि कोए ने माता सीता को अपनी चोंच से काट लिया था,लिहाजा महाप्रभु राम ने गुस्से में अपने तीर से उसकी एक आंख फोड़ दी थी।आपने अपनी निष्ठाओं को बेचने के बाद अपने स्वार्थों की चोंच से लोकतंत्र की सीता (चुनी हुई सरकार को गिरा कर) को काटा है…..लिहाजा, कांग्रेस रूपी राम और जागरूक मतदाता आपकी दूसरी आंख भी फोड़ देगी….? (4) कौआ की सूरत देखने पर अशुभ होता है,अब आप भाजपा को रोज अपनी सूरत दिखा रहे हैं…. आपके कुप्रभाव से अब वहां भी अशुभता की शुरुआत का आरंभ….??” इस तरह

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