भोपाल : नवंबर का पहला सप्ताह बीत चुका है लेकिन अबतक मध्य प्रदेश में तेज ठंड का असर देखने को नहीं मिल रहा है। मध्य प्रदेश के आसपास एक प्रति चक्रवात बना हुआ है जिससे प्रदेश में हवाओं का रुख दक्षिणी एवं दक्षिण-पूर्वी बना हुआ है। अगले 1-2 दिनों तक मौसम इसी प्रकार शुष्क बना रहने की संभावना है, हालांकि दिवाली बंगाल की खाड़ी में विक्षोभ बनने की संभावना है, जिससे कई जिलों में हल्की बारिश और बादल छाने का अनुमान है, इसके बाद पारा तेजी से गिरेगा और ठंड का दौर शुरू होने की उम्मीद है।
नए सिस्टम से बूंदाबांदी के आसार
एमपी मौसम विभाग की मानें तो 12 नवंबर के बाद फिर बंगाल की खाड़ी में एक और विक्षोभ बनने की संभावना है, जिसका प्रभाव मध्य भारत में चार-पांच दिन तक रहेगा। इस दौरान प्रदेश के कई जिलो में हल्की बूंदाबांदी और कई जगहों पर हल्की बारिश होने की संभावना है। नए सिस्टम के बनने से सागर , टीकमगढ़ , पन्ना, छतरपुर, बुंदेलखंड के हिस्सों में 15 से 22 नवंबर के बीच बौछारें पड़ सकती है।वही 15 नवंबर के बाद से अधिकतम तापमान के साथ ही न्यूनतम पारा में भी गिरावट आना शुरू हो जाएगी और ठंड का असर भी तेज होगा।
दिवाली बाद बढ़ेगी ठंड, गिरेगा तापमान
एमपी मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश के आसपास बने चक्रवात के प्रभाव से प्रदेश में चक्रवात का रुख दक्षिण एवं दक्षिण पूर्वी बना हुआ है। हवाओं के रुख के चलते दिन का तापमान अधिकतर जिलों में सामान्य से अधिक बना हुआ है।
हालांकि प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में न्यूनतम तापमान में कोई खास परिवर्तन नहीं हो रहा है। अगले कुछ दिनों में मौसम में बदलाव के साथ दिन और रात के तापमान में गिरावट देखने को मिल सकता है।आने वाले दिनों में मंडला, बालाघाट सहित जबलपुर संभाग के जिलों के न्यूनतम तापमान में गिरावट आ सकती है।
पिछले 24 घंटे का हाल
मंगलवार को छिंदवाड़ा एवं उमरिया जिले में रात का तापमान प्रदेश में सबसे कम 13.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंडला में 14 डिग्री, मलाजखंड में 14.1 डिग्री, रीवा में 14.5 और बैतूल में न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस और हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का तापमान 11.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ। वही दमोह और रतलाम में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियल दर्ज किया गया। इसके अतिरिक्त सभी संभागों के जिलों में तापमान में खास परिवर्तन नहीं देखा गया। भोपाल, उज्जैन, रीवा, शहडोल और जबलपुर संभाग के जिलों में तापमान सामान्य से अधिक रहा, जबकि बाकि संभाग के जिलों में तापामान सामान्य बना रहा।