बाबा रामदेव बोले, हम सुप्रीम कोर्ट के सामने सैकड़ों रोगियों की परेड कराने, रिसर्च के साथ पेश होने के लिए तैयार, अब झूठ का पर्दाफाश होना चाहिए…

नई दिल्ली : इंडियन मेडिकल एसोसियेशन की याचिका पर सुनवाई करते हुए मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को बीमारियों के इलाज के लिए दवाओं के झूठे विज्ञापनों और प्रचार को बंद करने की हिदायत दी है, चेतावनी देते हुए कोर्ट ने ये भी कह दिया कि आदेश का उल्लंघन हुआ तो प्रति उत्पाद 1-1 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया जा सकता है, कोर्ट की इस फटकार के बाद बाबा रामदेव और स्वामी बालकृष्ण आज मीडिया के सामने आये और कहा कि हमारे दावे प्रमाणिक है, पतंजलि झूठा प्रचार नहीं करती, रामदेव ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट के सामने अपने हजारों पेशेंट और अपनी रिसर्च के साथ पेश होने लिए तैयार हूँ, अब सच और झूठ का पर्दाफाश होना ही चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट से आग्रह करेंगे हमारी भी बात सुनी जाये : रामदेव 

हरिद्वार में मीडिया से बात करते हुए स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि ने दुनिया के सामने एक उदाहरण पेश किया है, योग और आयुर्वेद से दुनिया को रास्ता दिखाया है, उसका अनादर नहीं होना चाहिए, हम सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हैं लेकिन हम भी सुप्रीम कोर्ट से आग्रह करेंगे कि हमें भी अपनी बात रखने का अवसर दिया जाए।

रामदेव ने कहा – 1940 में बने ड्रग एक्ट के खिलाफ जनहित याचिका दायर करेंगे    

रामदेव ने कहा कि मैं आजतक कोर्ट नहीं गया लेकिन मैं खुद अब कोर्ट में पेश होने के लिए तैयार हूँ, हमें पूरी रिसर्च, सबूत, क्लिनिकल सबूतों के साथ अवसर दिया जाये , हम पेशेंट को प्रस्तुत कर सकें रिसर्च को प्रस्तुत कर सकें और 1940 में बने ड्रग एक्ट की खामियां बात सकें कि कैसे एलोपैथी की तरफ से झूठ फैलाया जा रहा है, मेडिकल साइंस की तरफ से जो झूठ फैलाया जा रहा है उसका पर्दाफाश होना चाहिए, रामदेव के कहा कि ड्रग एक्ट के खिलाफ हम जनहित याचिका दायर करेंगे ।

रामदेव बोले- हम CJI के सामने सैकड़ों मरीजों की परेड कराने के लिए तैयार 

उन्होंने कहा कि लोगों को कुंठा में डाल दिया गया है कि यदि एक बार बीपी, शुगर, थाईराइड, अर्थराइटिस हो जाये तो जिंदगी भर दवा खानी पड़ेगी हम कहते हैं दवा छोड़ दो आप नेचुरल लाइफ जी सकते हो, रामदेव बोले हम सैंकड़ों रोगियों की परेड कराने के लिए तैयार हैं, हम CJI के सामने रोगियों की परेड कराने के लिए तैयार हैं सारी रिसर्च और डोक्युमेन्ट्स देने के लिए तैयार हैं कि जो मॉडर्न मेडिकल साइंस नहीं कर पाया वो काम योग, आयुर्वेद, नेचुरोपैथी से हमें साइंटिफिक तरीके से करके दिखाया है।

पूरे देश के सामने होना चाहिए सच और झूठ का फैसला  

रामदेव ने कहा कि हमने इसके लिए सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च किये हैं हमारे पास सैकड़ों साइंटिस्ट हैं, हमने सैकड़ों रिसर्च इंटरनेश्नल जनरल में प्रकाशित किये हैं, इसलिए अब सच और झूठ का फैसला देश के सामने होना चाहिए, किसी की संख्या ज्यादा है लाखों करोड़ों का साम्राज्य है, फार्मा कम्पनियों का लाखों करोड़ रुपये का व्यापार है यदि उनका साम्राज्य बड़ा है तो पैसे से सच और झूठ का फैसला नहीं होगा, एलोपैथी वालों के पास पैसा ज्यादा है , उनके पास हॉस्पिटल्स ज्यादा हैं , उनके पास डॉक्टर्स ज्यादा हैं तो क्या उनकी आवाज ज्यादा सुनी जाएगी क्या हम कम पैसों वालों की बात नहीं सुनी जाएगी।

रामदेव का हमला, उनके पास करोड़ों का साम्राज्य हमारे पास ऋषियों के ज्ञान की विरासत 

रामदेव ने कहा कि हमारे पास पैसा कम है लेकिन हमारे पास ऋषियों के ज्ञान की विरासत है , हम दरिद्र नहीं है हमारे पास अनुसंधान की दौलत है बस संख्या कम है लेकिन भीड़ के आधार पर कभी सच और झूठ का निर्णय नहीं हो सकता, पतंजलि अकेले ही पूरी दुनिया के मेडिकल माफिया, ड्रग माफिया से लड़ने के लिए तैयार है , स्वामी रामदेव कभी डरा नहीं और कभी हारा नहीं हम इस लड़ाई को अंतिम निर्णय तक लड़ेंगे।

स्वामी रामदेव के साथ मौजूद आचार्य बालकृष्ण ने कहा अभी सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया भी नहीं है लेकिन तैयार बैठे लोग अभी से दुष्प्रचार करने लगे लेकिन हम झुकेंगे नहीं, लड़ाई को लड़ेंगे क्योंकि हम सच के साथ हैं, उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हैं और यदि हम झूठे विज्ञापन या प्रोपेगेंडा करें तो हम पर करोड़ों का जुर्माना लगायें या हमें फॉसी की सजा भी दे तो हमें आपत्ति नहीं होगी। लेकिन हम झूठा प्रचार नहीं कर रहे हैं।

बालकृष्ण ने कहा कि योग-आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा (Naturopathy), पंचकर्म, षट्कर्म की सैकडों थैरेपी, उपवास व उपासना पद्धति के Integrated treatment से हमने लाखों लोगों को रोगमुक्त किया है। ब्लड प्रेशर (BP), शुगर, थायराइड, अस्थमा, आर्थराइटिस व मोटापा से लेकर लीवर, kidney failure व कैंसर जैसे प्राणघातक रोगों से हमने हजारों लोगों को मुक्त किया। इसका एक करोड़ से अधिक लोगों का data base , real world evidence व clinical evidence हमारे पास है।

आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि हमारे पास पारंपरिक उपचार (traditional treatment) व सनातन ज्ञान परम्परा पर शोध करने के लिए विश्व का श्रेष्ठतम Research सेन्टर, पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन है। जहां विश्व के जाने माने सैकड़ो वैज्ञानिक कर रहे हैं तथा 3,000 से अधिक research protocol follow करके 500 research paper world के Top Research Journals में publish हो चुके हैं।

उन्होंने कहा कि मेडिकल सेक्टर के कुछ हठी, दुराग्रही व योग-आयुर्वेद , Naturopathy का विरोध करने वाले तथाकथित कुंठित डॉक्टरों को बहुत बड़ी समस्या है। यह सत्य है कि सिंथेटिक दवाओं से रोगों को कन्ट्रोल तो कर सकते हैं लेकिन cure नहीं कर सकते। लेकिन एलोपैथी की ये समस्या योग-आयुर्वेद के लिए समस्या नहीं है। मेडिकल फील्ड में नकली पेसमेकर लगाने वाले, किडनी चोरी करने वाले, गैर-जरूरी दवा व अंधाधुंध टेस्ट कराकर जो मेडिकल क्राइम (Medical Crime) कर रहे हैं, उनको हमने कई बार मेडिकल माफिया/ड्रग माफिया कहा था, इससे लडाई हुई है।

बालकृष्ण ने कहा कि मेडिकल साइंस में जो अच्छे डॉक्टर्स हैं तथा जो Life Saving Drugs, Emergency treatment व जरुरी Surgery है हम उसका पहले भी सम्मान करते थे, आज भी सम्मान करते हैं। साथ ही एलोपैथी से भी Advance Treatment जो हमने वेदों आयुर्वेद के महर्षि चरक, महर्षि सुश्रुत व महर्षि धनवन्तरि, पतंजलि से प्राप्त किया है, उसको वैज्ञानिकता व प्रमाणिकता से व्यापार के लिए नहीं, उपचार व उपकार की भावना से आगे बढ़ा रहे हैं व बढ़ाते रहेंगे।

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