ग्वालियर : मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा में कौन कौन विधायक बनेगा, किसकी किस्मत चमकेगी ये इस समय ईवीएम में बंद है जो 3 दिसंबर को खुलेगी, प्रदेश में मतगणना की तैयारियां चल रही है, इसी क्रम में मतगणना में शामिल होने वाले कर्मचारियों को आज प्रशिक्षण दिया गया, उन्हें ईवीएम के वोट एवं डाक मत पत्र गिनने की बारीकियाँ सिखाई गईं।
ग्वालियर जिले के सभी 6 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में डाले गए मतों की गिनती के लिये तैनात किए गए अधिकारियों व कर्मचारियों को गुरुवार को भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान (IITTM )में प्रथम चरण का प्रशिक्षण दिया गया। मतगणना के लिये तैनात अमले ने ईवीएम में दर्ज मत और डाक मत पत्र गिनने की बारीकियाँ सीखीं। मतगणना अधिकारियों के प्रशिक्षण के बाद यहीं पर माइक्रो ऑब्जर्वर को भी प्रशिक्षित किया गया। राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर एस बी ओझा ने यह प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के रिटर्निंग अधिकारियों सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय कुमार सिंह ने इस मौके पर कर्मचारियों से कहा कि वे सहज भाव व तनाव मुक्त होकर और पूरी सतर्कता के साथ भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए मतगणना सम्पन्न कराएँ। प्रत्याशियों के गणना अभिकर्ताओं की शंकाओं का समाधान करें। जरूरत होने पर संबंधित सहायक रिटर्निंग व रिटर्निंग अधिकारी के माध्यम से भी गणना अभिकर्ताओं को संतुष्ट कराएँ।
आपको बता दें कि मतगणना अधिकारियों के प्रथम चरण के प्रशिक्षण में गणना पर्यवेक्षक व गणना सहायकों को इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन से मतगणना करने की बारीकियां सिखाई गईं। जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. विजय दुबे ने बताया कि प्रथम चरण के प्रशिक्षण में 160 पर्यवेक्षक व 182 गणना सहायकों सहित लगभग 550 अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया। साथ ही 156 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को भी प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा 160 माइक्रो ऑब्जर्वर को भी मतगणना कार्य की निगरानी रखने का प्रशिक्षण दिया गया है।
मतों की गिनती के लिए विधानसभावार 14-14 टेबल
राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर एस बी ओझा ने प्रशिक्षण के दौरान जानकारी दी कि हर विधानसभा क्षेत्र में ईवीएम के मतों की गिनती के लिये 14 – 14 गणना टेबल लगाई जायेंगी। प्रत्येक टेबल पर एक गणना पर्यवेक्षक, एक गणना सहायक व एक माइक्रो आब्जर्वर तैनात होंगे। इस प्रकार ईवीएम के मतों की गिनती के लिये एक टेबल पर तीन अधिकारी तैनात रहेंगे। डाक मत पत्रों की गिनती के लिये लगाई जाने वाली हर टेबल पर एक गणना पर्यवेक्षक, दो गणना सहायक व एक माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात किए जायेंगे। इस प्रकार डाक मत पत्र की टेबल पर चार अधिकारी नियुक्त होंगे।
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 2-2 कक्ष
मतगणना के लिये एमएलबी कॉलेज में हर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के मतों की गिनती के लिये दो – दो मतगणना कक्ष बनाए गए हैं। प्रत्येक कक्ष में 7 – 7 टेबल लगाई जायेंगी। इस प्रकार प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 14 टेबलों पर ईवीएम के मतों की गणना का काम संपादित होगा। डाक मत पत्रों की गिनती के लिए अलग से टेबल लगाई जायेंगीं। ईवीएम व डाक मत पत्रों की गिनती के लिए लगाई गईं सभी टेबलों पर प्रत्याशियों के गणना एजेंट मौजूद रह सकेंगे।
पहले डाक मत पत्रों की गिनती शुरू होगी
भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के मुताबिक 3 दिसंबर को प्रात: 8 बजे डाक मत पत्रों की गिनती शुरू होगी। इसके आधा घंटे बाद ईवीएम के वोटों की गिनती शुरू की जायेगी। दोनों प्रकार के मतों की गिनती समानान्तर रूप से जारी रह सकेगी।