भोपाल : मंगलवार को नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मध्य प्रदेश का मौसम साफ होने का अनुमान है, हालांकि 10 मार्च बादलों की आवाजाही और तापमान में उतार चढ़ाव जारी रहेगा। पिछले 24 घंटे में 1 दर्जन से ज्यादा जिलों में बारिश हुई और ओले गिरे, जिसके चलते गेहूं,सरसों, चना, मसूर की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।सीएम डॉ मोहन यादव ने अधिकारियों को सर्वे के निर्देश दिए है। आज सोमवार को भी 30 जिलों में गरज-चमक बारिश की संभावना जताई गई है।
मंगलवार को सक्रिय होगा नया पश्चिमी विक्षोभ
मध्यप्रदेश मौसम विभाग के अनुसार, 5 मार्च से फिर एक नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो रहा है, जिससे बादल छाए रहेंगे लेकिन बारिश के आसार कम है।फिलहाल 10 मार्च तक मौसम ठंडा गर्म बना रहेगा। इसके बाद दिन-रात के तापमान में वृद्धि देखने को मिलेगी।
आज इन जिलों में बारिश के आसार, चलेगी तेज हवा
मध्य प्रदेश मौसम विभाग ने आज सोमवार को ग्वालियर व शहडोल संभाग के जिलों के अलावा अलीराजपुर, धार, मुरैना, शिवपुरी, रीवा, डिंडोरी, कटनी, छिंदवाड़ा, सिवनी, दमोह, पांढुर्णा, मंडला, बालाघाट, पन्ना, छतरपुर टीकमगढ़, रीवा, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, सतना, निवाड़ी, ग्वालियर और शहडोल संभाग कई जिलों में गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। इस दौरान कहीं कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है।वही कई जिलों में 30 से 40 किलोमीटर घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने के आसार है।
वर्तमान में एक्टिव है कई मौसम प्रणालियां
वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान के पास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ हैऔर इसके असर से पंजाब एवं उससे लगे पाकिस्तान पर बना प्रेरित चक्रवात अब कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो गया है। दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश से लेकर कर्नाटक तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जिसकी वजह से अरब सागर से लगातार नमी आने के कारण प्रदेश के उत्तरी क्षेत्र के जिलों में बारिश, बिजली और ओले गिरने की स्थिति बनी हुई है।हालांकि मौसम प्रणालियों के कमजोर पड़ने के बाद सोमवार से धीरे-धीरे मौसम साफ होने लगेगा, साथ ही हवाओं का रुख बदलने के कारण रात के तापमान में गिरावट होने की संभावना है।
सीएम ने कलेक्टर्स को दिए सर्वे तत्काल करने के निर्देश दि
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में आज हुई असामयिक वर्षा एवं ओलावृष्टि को लेकर संबंधित जिला कलेक्टरों को तत्काल सर्वे के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि हाल ही में कुछ जिलों में हुई ओलावृष्टि के दृष्टिगत सर्वेक्षण सहित प्रभावित किसानों को राहत के लिए आवश्यक कार्यवाही सम्पन्न की जाए। किसानों ने अतिवर्षा तथा ओलावृष्टि से आंशिक नुकसान की जानकारी दी है। प्रदेश में कुछ स्थानों से अतिवर्षा से फसलों के कुछ नुकसान के समाचार प्राप्त हुए हैं।