नई दिल्ली : लाखों लोगों का सालों साल का इंतजार आज आखिर खत्म होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 मार्च 2024 यानी आज सोमवार के दिन देश के सबसे अनोखे द्वारका एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन कर लोगों को समर्पित करेंगे। इस प्रकार हरियाणा के गुरुग्राम में देश के पहले एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे द्वारका एक्सप्रेस-वे का आज लोकार्पण होगा। यह एक्सप्रेस-वे दिल्ली और गुरुग्राम को जोड़ता है और इसकी लंबाई 29 किलोमीटर है। यह भारत का पहला एक्सप्रेस-वे है जो पूरी तरह से एलिवेटेड है यानी यह जमीन से ऊपर बना हुआ है।
इस एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री मोदी दोपहर 12 बजघेड़ा बॉर्डर से गुरुग्राम सीमा में प्रवेश करेंगे। उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारका सेक्टर 25 में एक कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद रहेंगे। जानकारी के मुताबिक दिल्ली गुरुग्राम नेशनल हाईवे शिव मूर्ति पर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करेंगे। इसके बाद साउथ दिल्ली से सांसद रमेश बिधूडी हजारों कार्यकर्ताओं के साथ पीएम मोदी का स्वागत करेंगे। स्वागत के लिए भाजपा के लगभग 25 हजार कार्यकर्ता फूलों की वर्षा करेंगे।
पुलिस द्वारा जारी ट्रेफिक एडवाइजरी
दिल्ली पुलिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम को देखते हुए ट्रेफिक एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में कहा गया है कि पीएम 11 मार्च 2024 को सेक्टर 25 द्वारका में द्वारका एक्सप्रेसवे के उद्घाटन करेंगे। जिसको देखते हुए कल द्वारका के आसपास ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति देखने को मिल सकती है। एडवाइजरी के अनुसार 11 मार्च 2024 को सुबह 8 से दोपहर 2 तक द्वारका सेक्टर 25 और उसके आसपास के इलाकों में यातायात बंद रहेगा।
द्वारका एक्सप्रेसवे के क्या-क्या फायदे होंगे
एक्सप्रेस-वे के खुलने से दिल्ली और गुरुग्राम के बीच यात्रा का समय 30-45 मिनट तक कम हो जाएगा। एक्सप्रेस-वे दिल्ली और गुरुग्राम के बीच ट्रैफिक जाम को कम करने में मदद करेगा। एक्सप्रेस-वे के खुलने से वाहनों के प्रदूषण में कमी आएगी। एक्सप्रेस-वे दिल्ली और गुरुग्राम के बीच आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद करेगा।
द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण 2019 में हुआ था और 2023 में पूरा हुआ। इस एक्सप्रेसवे की लागत लगभग 9000 करोड रुपए है। इस एक्सप्रेसवे पर 6 लेने हैं जिसमें से तीन-तीन लाइन प्रत्येक दिशा में है। इस एक्सप्रेसवे पर 10 इंटरचेंज है। इस एक्सप्रेसवे की अधिकतम गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा है।