दमोह : देशभर में खेतों में नरवाई या पराली जलाए जाने को लेकर चिंता है, तो सालों से इस प्रक्रिया को रोकने की कोशिश की जा रही हैं। जिसके लिए सरकार और प्रशासन हर बार खेतों में पराली जलाने पर रोक लगाता है। इसके अलावा, कई जगहों पर जुर्माना भी लगाया जाता है। इसके बावजूद किसान खेतों में नरवाई जला रहे हैं। इससे जहां प्रदूषण बढ़ रहा है, वहीं जमीन भी खराब हो रही है। इसी कड़ी में दमोह जिले में एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
दी जा रही ट्रेनिंग
दरअसल, विशेष अभियान चलाया जा रहा है। बता दें कि किसानों को पराली जलाने के दुष्परिणामों से रुबरु कराने के साथ इस नरवाई के उपयोग के बारे में बताया जा रहा है। जिला प्रशासन ने गांव-गांव केम्प लगाकर कृषि विभाग की टीम और कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों को शिविरों में भेजा है, जहां किसानों को ट्रेनिंग दी जा रही है।
कलेक्टर ने कही ये बात
कलेक्टर सुधीर कोचर ने बताया कि इन शिविरों में किसान रुचि ले रहे हैं और उम्मीद है कि जिले में नरवाई जलाने की प्रथा खत्म हो जाएगी। इन शिविरों में पराली या नरवाई से भूसा बनाने वाली मशीनें भी है, जो खेतो में चलाई जा रही हैं। साथ ही नरवाई से भूसा बना रही है।