भोपाल : नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा है कि मध्य प्रदेश में नियमों के वितरित मेडिकल कॉलेजों में डीन की सीधी भर्ती के मुद्दे को वो विधानसभा में उठाएँगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में घोटालों की लंबी लिस्ट हो चुकी है और इनमें किसी की भी सही तरह से जाँच नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में इससे पहले भी कई नियम विरुद्ध कार्य हुए हैं और अब वो डीन भर्ती के मामले को लेकर सरकार को घेरने के मूड में हैं।
क्या है मामला
बता दें कि मेडिकल कॉलेज में डीन की नियुक्ति प्रमोशन के आधार पर होती है। नियमानुसार सीनियर व्यक्ति को डीन के पद पर पदोन्नत किया जाता है। मध्य प्रदेश में दो प्रकार के मेडिकल कॉलेज हैं जिनमें शासकीय मेडिकल कॉलेज और ऑटोनॉमस मेडिकल कॉलेज शामिल है। शासकीय मेडिकल कॉलेज के लिए नियम है कि डीन की नियुक्त पदोन्नति के आधार पर होगी। लेकिन इस साल फ़रवरी में सरकार ने शासकीय मेडिकल कॉलेजों में 18 डीन की भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला और अन्य राज्यों के सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों के प्रोफ़ेसरों को भी आवेदन करने की अनुमति दी गई थी। इसके बाद सीधी भर्ती से अठारह मेडिकल कॉलेज में नए डीन नियुक्त कर दिए गए जो नियमों के मुताबिक़ पदोन्नति से नियुक्त किये जाने वाले डीन के पद हैं।
कांग्रेस विधानसभा में उठाएगी मुद्दा
इस मामले में इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर गुप्ता हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में सरकार के ख़िलाफ़ याचिका दायर की थी। इसपर प्रदेश सरकार ने अपना जवाब पेश कर दिया है और कोर्ट ने सभी पक्षों को सुनने के बाद अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है। लेकिन अब कांग्रेस डीन भर्ती के मुद्दे पर सामने आ गई है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने स्वास्थ्य विभाग पर साल उठाए हैं और कहा है कि इस मामले को वो विधानसभा में उठाएँगे। इसी के साथ उन्होंने कायाकल्प योजना को लेकर भी विभाग पर निशाना साधा है। उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि प्रदेश में घोटालों की लंबी लिस्ट हो गई है और किसी भी मामले में सही तरह से जाँच नहीं हो रही है। इसीलिए अब वो डीन भर्ती मामले को विधानसभा में उठाएँगे।