भोपाल : दक्षिण पश्चिम मानसून और अलग अलग स्थानों पर सक्रिय मौसम प्रणालियों के असर से मध्य प्रदेश के सभी जिलों में बारिश का दौर शुरू हो गया है। अगले 2 दिन 29 और 30 जून को भी कई जिलों में आंधी-बारिश की संभावना जताई गई है। आने वाले दिनों में प्रदेश के सभी हिस्सों में बारिश की गतिविधियों में तेजी के आसार है। फिलहाल कुछ दिनों में दिन और रात में तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और 25 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।
आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट
- शनिवार को ग्वालियर, गुना, भोपाल, दमोह, हरदा, निवाड़ी, ओरछा, विदिशा, अशोकनगर, बुरहानपुर में मध्यम गरज के साथ बारिश
- रायसेन, सांची, कटनी, रीवा, आगर, शाजापुर, देवास, इंदौर, आंध्र प्रदेश, उज्जैन, महाकालेश्वर, गुना, शिवपुरी, श्योपुर, मैहर, मऊगंज, बैतूल, खंडवा, खरगोन, सीहोर, शाजापुर में मध्य रात्रि में हल्की गरज के साथ बारिश ।
- ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, सागर, नरसिंहपुर, भोपाल, जबलपुर, दमोह, कटनी, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, बालाघाट, सिंगरौजीनिवाड़ी, दतिया, टीकमगढ़, के साथ-साथ छतरपुर में तेज बारिश ।
- नीमच, मंदसौर, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, आगर मालवा, उज्जैन, राजगढ़, शाजापुर, इंदौर, देवास, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, बिदिशा, छिंदवाड़ा, सिवनी, डिंडौरी, उमरिया और शहडोल में बारिश के साथ-साथ गरज चमक का येलो अलर्ट।
4 मौसम प्रणालियां एक साथ सक्रिय
- वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप और दक्षिणी गुजरात एवं हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बने हैं। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात और महाराष्ट्र से लेकर केरल तक एक द्रोणिका बनी हुई है। बंगाल की खाड़ी में ओडिशा के तट पर इस सीजन का पहला कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
- इस चक्रवात से लेकर से लेकर ओडिशा तट पर बने कम दबाव के क्षेत्र तक एक द्रोणिका बनी हुई है। जो मध्य प्रदेश से होकर जा रही है। इन सभी मौसम प्रणालियों से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के चलते शनिवार को जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा तो भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के जिलों में भी कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने की संभावना है।
1 से 28 जून तक का बारिश का रिकॉर्ड
- एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, 1 जून 2024 से 28 जून 2024 तक पूर्वी मध्य प्रदेश में सामान्य से 44% कम वर्षा दर्ज की गई है, जबकि पश्चिमी मध्य प्रदेश में औसत बारिश के आसपास आंकड़ा पहुंच गया है।
- जून के महीने में सबसे कम बारिश उमरिया में दर्ज की गई है। यहां पर सामान्य से 82% कम बारिश है, जबकि सिंगरौली, सीधी, रीवा, कटनी में 70% कम बारिश दर्ज की गई है।
- बालाघाट, सतना, नरसिंहपुर, मंडला में 50 से 60% बारिश कम दर्ज हुई है। पूर्वी मध्य प्रदेश के शहडोल, सिवनी, सागर, पन्ना, निवाड़ी, अनूपपुर, दमोह, डिंडोरी, जबलपुर, छतरपुर जिलों में 30 से 40% कम बारिश दर्ज की गई है।
- पूर्वी मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में बारिश का आंकड़ा सामान्य के आसपास पहुंच गया है, हालांकि यहां भी 7% कम बारिश दर्ज की गई है।
- नीमच, राजगढ़, रतलाम, भोपाल, गुना, ग्वालियर, इंदौर, शिवपुरी, अलीराजपुर में 30 से 50% तक अधिक वर्षा दर्ज की गई है।रायसेन, नर्मदा पुरम, शिवपुरी, अशोकनगर में 30 से 35% कम वर्षा दर्ज हुई है।
- बुरहानपुर, दतिया, देवास, खंडवा, खरगोन, विदिशा, उज्जैन, सीहोर, मंदसौर, झाबुआ, खंडवा, आगर मालवा, बैतूल आदि ऐसे जिले हैं जहां पर जून के महीने में सामान्य बारिश ।