जबलपुर : जबलपुर जिला कलेक्टर द्वारा जिन स्कूलों पर नियम विरुद्ध जाकर स्टूडेंट्स से करोड़ों रुपये की फ़ीस वसूलने पर एक्शन लिया गया था अब उसमें प्रशासन ने एक और बड़ा एक्शन लिया है। प्रशासन ने जिला समिति की रिपोर्ट मिलने के बाद 11 में से 6 स्कूलों की फ़ीस वृद्धि को अमान्य घोषित कर दिया है, अब इन स्कूलों की फ़ीस का निर्धारण नए सिरे से किया गया है, शेष 5 स्कूलों की रिपोर्ट जल्दी ही आएगी, उसके बाद उनके नियमानुसार एक्शन लिया जायेगा।
नया शिक्षण सत्र शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने निर्देश दिए थे कि निजी स्कूलों की मनमानी इस बार नहीं चलेगी, वो ना तो स्कूलों से कॉपी, किताबें, बैग, ड्रेस बेच पाएंगे और ना ही मनमाने तरीके से फ़ीस वृद्धि कर पाएंगे, सरकार के कलेक्टर्स को स्पष्ट निर्देश दिए कि इस आदेश का उल्लंघन करने वाले स्कूलों पर सख्त एक्शन लें।
जिला प्रशासन ने 11 प्राइवेट स्कूलों पर लिया कड़ा एक्शन
जबलपुर जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बहुत सख्ती दिखाई और उनकी सख्ती के बाद शहर के कुछ बड़े स्कूलों की मनमानी सामने आई, करोब 11 स्कूल ऐसे सामने आये जिन्होंने मनमर्जी से बेतहाशा फ़ीस बढ़ा दी और परिजनों से करोड़ों रुपये की राशि वसूल ली, कलेक्टर ने कहा कि इन स्कूलों को गैरवाजिब फ़ीस परिजनों को लौटानी होगी।
रिपोर्ट के बाद 6 स्कूलों की फ़ीस वृद्धि अमान्य, नए सिरे से किया फ़ीस निर्धारण
कलेक्टर ने मप्र निजी विद्यालय (फ़ीस तथा संबंधित विषयों का विनियमन) अधिनियम 2017 के तहत एक जिला समिति गठित की और उसे नियमों के तहत अपनी रिपोर्ट और सुझाव देने के निर्देश दिए, जब जिला समिति की रिपोर्ट सामने आई तो उसमें 11 में से 6 स्कूलों की फ़ीस वृद्धि को अनुचित बताया गया जिसके बाद जिला प्रशासन ने 6 स्कूलों की सन 2018 -19 से 2024 -25 तक की फ़ीस वृद्धि को अमान्य घोषित कर नए सिरे से फ़ीस का निर्धारण कर दिया है।
इन स्कूलों पर चला प्रशासन का डंडा
जिन 6 प्राइवेट स्कूलों की फ़ीस नए सिरे से निर्धारित की गई है उसमें लिटिल वर्ल्ड, कटंगा एवं तिलवारा स्कूल , क्राइस्ट चर्च फॉर बॉयज एंड गर्ल्स (ISC) स्कूल , चैतन्य टेक्नो विद्यालय, ज्ञान गंगा आर्किड इंटरनेश्नल स्कूल, स्टेम फील्ड इंटरनेश्नल स्कूल विजय नगर और क्राइस्ट चर्च डायशेसन, घमापुर, हाईस्कूल (ISC) शामिल हैं, जो शेष 5 स्कूल बचे हैं जिला समिति द्वारा उनकी रिपोर्ट आने के बाद उनपर भी एक्शन लिया जायेगा।