भोपाल : छिंदवाड़ा ज़िले की अमवरवाड़ा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी ने जीत हासिल की है। भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह ने 3252 वोटों से अपने मुख्य प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी धीरेन शाह इनवाती को हराया। परिणाम आने के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और सभी कार्यकर्ताओं ने बहुत मेहनत की लेकिन प्रशासन के दुरुपयोग किया गया और चुनाव को लूटा गया है। वहीं बीजेपी नेता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि कांग्रेस में जीत का श्रेय लेने तो सब आ जाते हैं, अब हार का श्रेय कौन लेगा।
जीतू पटवारी ने कहा ‘चुनाव को लूटा गया’
अमरवाड़ा सीट गँवाना कांग्रेस के लिए बड़ा नुक़सान है। ख़ासकर कमलनाथ का गढ़ कहे जाने वाले छिंदवाड़ा ज़िले में लोकसभा सीट हारने के बाद अब उपचुनाव में भी हार का मुंह देखना पार्टी के लिए करारा झटका है। परिणाम आने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि ‘पूरी पार्टी और कार्यकर्ताओं ने बहुत एकजुटता से प्रयास किए। कार्यकर्ताओं की मेहनत थी, जनता में भी परिवर्तन था और इसके बाद भी अगर भाजपा जीती है तो मेरा मानना है कि चुनाव को लूटा गया है। बीजेपी ने प्रशासन के दुरुपयोग का चलन जैसा ला दिया है। मैं मानता हूँ कि प्रशासन की हठधर्मिता को जनता देखे समझे और जिस तरह से प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों को राजनीति में इस्तेमाल किया जा रहा है, ये लोकतंत्र के लिए खतरा है।’
बीजेपी नेता नरेंद्र सलूजा का पलटवार ‘कौन लेगा हार का श्रेय’
वहीं बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि अब कांग्रेस में सिर फुटव्वल शुरु हो जाएगी। उन्होंने लिखा कि ‘अमरवाड़ा उपचुनाव के परिणाम सामने आते ही कांग्रेस में बड़ा अंतर्कलह शुरू हो गया है। जीत का श्रेय लेने तो सभी उधार बैठे थे , अब हार का श्रेय कौन लेगा? पटवारी हार देखते ही कहने लग गये कि यह कमलनाथ – नकुलनाथ की हार। नाथ परिवार कह रहा है यह मध्यप्रदेश कांग्रेस की हार। जीतू के नेतृत्व में कांग्रेस हार का कीर्तिमान रच रही है। प्रभारी जितेन्द्र सिंह , उमंग सिंघार कह रहे है कि हम तो सिर्फ़ एक दिन के लिये मुँह दिखाई की रस्म अदा करने गये थे। दिग्विजय सिंह , अरुण यादव , अजय सिंह कह रहे है कि हमें परिणाम पता थे , इसलिये हमने एक दिन भी झांका तक नहीं। लेकिन अब यह तय है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस में अब सिर फ़ुटोवल शुरू हो जाएगा , जल्द ही नेतृत्व परिवर्तन होगा।’
बता दें कि बता दें कि पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में कमलेश शाह ने अमरवाड़ा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था और वो जीते भी थे। लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले वो बीजेपी में शामिल हो गए और विधायकी से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद ये सीट ख़ाली हो गई थी और बीजेपी ने यहाँ से कमलेश शाह को अपना उम्मीदवार बनाया था। वहीं कांग्रेस से धीरेन शाह उम्मीदवार थे और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के देवराबेन भलावी भी मैदान में थे, जिसके बाद मुकाबतला त्रिकोणीय हो गया था। अब उपचुनाव के परिणाम आ चुके हैं और ये सीट बीजेपी के खाते में गई है।