नई दिल्ली : आईएएस पूजा खेडकर विवाद के बाद केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन को भर्ती परीक्षाओं के लिए आधार वेरीफिकेशन करने की अनुमति प्रदान कर दी है। इस फैसले से जालसाजी पर रोक लगेगी। रजिस्ट्रेशन और भर्ती परीक्षा के विभिन्न चरणों में आधार कार्ड सत्यापन किया जाएगा।
यूपीएससी भर्ती परीक्षा के दौरान आधार सत्यापन को लेकर कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने नोटिफिकेशन भी जारी किया है। जिसके मुताबिक आधार वेरीफिकेशन की प्रक्रिया स्वैच्छिक होगी। वन टाइम रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर पंजीकरण और परीक्षा के विभिन्न चरणों के दौरान उम्मीदवारों की पंचन सत्यापन के लिए हाँ या नहीं का विकल्प होगा। इसके अलावा केवाईसी प्रमाणीकरण की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
पूजा खेडकर विवाद के बाद सरकार ने उठाया यह कदम (Puja Khedkar Row)
केंद्र सरकार का यह कदम यूपीएससी भर्ती परीक्षा में जालसाजी के मामलों पर कम करने में मददगार साबित हो सकता है। पिछले महीने ट्रेनी आईएएस ऑफिसर पूजा खेदकर की अंतरिम उम्मीदवारी रद्द कर दी गई थी। साथ ही उन्हें भविष्य में सभी परीक्षाओं में शामिल होने से भी रोक दिया गया है। उनपर दिव्यांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग कोटा का गलत इस्तेमाल करने का आरोप है।
यूपीएससी मेंस के दौरान एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का होगा इस्तेमाल (UPSC Mains 2024)
बता दें कि आयोग ने परीक्षाओं में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेन्स का इस्तेमाल करने का फैसला लिया है। मुख्य परीक्षा के दौरान एग्जाम हॉल में AI आधारित सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। 20 सितंबर से देशभर के विभिन्न शहरों में CSE मुख्य परीक्षा का आरंभ होगा। परीक्षा 5 दिनों तक चलेगी। 20 सितंबर को एग्जाम एक शिफ्ट सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक ( पेपर 1) आयोजित होगी। बाकी दिनों में परीक्षा दो शिफ्टों में आयोजित होगी।