इंदौर : मध्य प्रदेश के इंदौर में लोकमाता अहिल्या देवी की 229वीं पुण्यतिथि पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसमें मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने हिस्सा लिया। इसका शुभारंभ चित्र पर माल्यार्पण किया गया। गुनीजन और प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम में शामिल होकर अहिल्या देवी के अद्वितीय कार्यों का स्मरण किया गया। इस दौरान चयनित विशिष्ट प्रतिभाओं का भी सम्मान किया गया। इसमें उनके जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।
पद्मश्री महेश शर्मा का अभिनंदन
समिति की ओर से झाबुआ से आए पद्मश्री महेश शर्मा का अभिनंदन किया। इस दौरान समिति की संरक्षक पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कार्यक्रम की रूप रेखा और विशिष्टजनों का परिचय दिया। इस अवसर पर सीएम यादव ने अपने उद्बोधन में कहा कि सुमित्रा महाजन पद्मभूषण है, लेकिन कई कामों के कारण उनकी अलग पहचान है, जिन्होंने अहिल्या माता को स्थापित करने के लिए अपना पूरा जीवन व्यतीत किया है।
CM यादव ने कही ये बात
सीएम यादव ने कहा कि इतिहास में झांक कर देखे, तो समझ में आता है एक ऐसी शासिका, जिनके समय चुनौतियों के पहाड़ थे। लोकमाता देवी अहिल्या भगवान शंकर की भावनाओं के आधार पर जीती थी। उन्होंने चारों दिशाओं में भगवान शिव के मंदिर जीर्णोद्धार के लिए काम किया है, जो अपने कार्यों के आधार पर अमर हो गई। अन्न क्षेत्र हो या नदी किनारे महिलाओं के लिए घाट अपने कुशल प्रबन्धन के आधार पर उनकी व्यवस्था 200 साल बाद भी जीवित है। अहिल्या माता ने समाज से भेदभाव मिटाया। उस दौर में भी देवी अहिल्या ने ये सभी काम स्थापित किया, जिसका मंच से मुख्यमंत्री ने जिक्र किया है। वहीं, सरकारी स्तर पर भी देवी अहिल्या उत्सव समिति बनाई है, जिसके तहत कई कार्यक्रम होने है।