भोपाल : मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में शिक्षक दिवस के दिन पुलिस ने किताबों से भरा कंटेनर सहित पिकअप वाहन जब्त किया था, जिसे कबाड़ी के पास बचने के लिए ले जाया जा रहा था। वहीं, अब इस मामले में एक बड़ी अपडेट सामने आई है, जब कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला ने बीआरसीसी सियाराम भारती की संविदा सेवा समाप्त कर दी है। साथ ही बीएसी चितरंगी शिव कुमार मिश्रा और प्रभारी प्रधानाध्यापक रामेश्वर प्रसाद जायसवाल को निलंबित किया गया है।
जिला स्तरीय समिति का किया गया गठन
दरअसल, जिस दिन यह कार्रवाई की गई थी, उसके बाद चालक द्वारा पुलिस की पूछताछ में बताया गया कि उसने किताबों को पिपरवान स्कूल चितरंगी से लोड किया था। जिस पर कोतवाली प्रभारी ने जिला शिक्षा अधिकारी सूर्यभान सिंह, डीपीसी रामलखन शुक्ला एवं सहायक संचालक शिक्षा कविता त्रिपाठी को सौंपे गए पत्र के अनुक्रम को जांच के लिए जिला स्तरीय समिति का गठन किया। वहीं, जांच दल द्वारा सरकारी पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपरवान पहुंचकर शिक्षकों के बयान लिया गया। साथ ही प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। जिसमें यह कहा गया कि तीनों कर्मचारियों की इस गतिविधि में संलिप्तता पाई गई है। इस आधार पर सियाराम भारती की संविदा सेवा समाप्त की गई और अन्य दो कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय जांच जारी है।
कलेक्टर ने संविदा सेवाएं की खत्म
वहीं, कलेक्टर और मिशन संचालक चंद्रशेखर शुक्ला द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि कार्यालय प्रमुख होने के नाते सियाराम भारती को सरकार द्वारा सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन करना था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, बल्कि बीएसी शिव कुमार मिश्रा और प्रभारी प्रधानाध्यापक रामेश्वर प्रसाद जायसवाल की मिलीभगत से पुस्तकों को बेचा गया। इसलिए सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 के प्रावधानों के प्रतिकूल होने के आधार पर इनकी संविदा सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त की गई है।